यह खबर भी पढ़ें : इस साल करवाचौथ को बनाए खास,ऐसे करें चाद का दीदार ये है शुभ मुहूर्त उन्हें इंतजार रहता है अपनी मांग पूरी होने का। कभी रूठना, कभी मनाना, यह सिलसिला हर पति-पत्नी के साथ होता है और वह मेमोरी बनकर रह जाता है। एेसे ही कुछ खट्ठे-मीठे पलों की यादों यहां पढ़ें। शहर में रहने वाले दंपती प्रिंसी-अजय मंगल ने बताया कि शादी में हर साल अजय मेरे लिए कभी गोल्ड तो कभी डायमंड की ज्वैलरी लाते थे। लेकिन मेरी डिमांड डायमंड के सॉलिटेयर की थी, जिनकी कीमत 30 लाख रुपए थी। दो साल पहले करवाचौथ पर अजय ने कहा मैं गोल्ड का आयटम लाउंगा और ले आए सॉलिटियर। यह देख मैं बहुत खुश हुई, ये जिंदगी का सबसे खुशनुमा पल था।
यह खबर भी पढ़ें : खेत में जानवर घुसने पर युवक के हाथ पैर काटे और दी यह सजा शहर के थाटीपुर में रहने वाले शालिनी-अनिल माथुर ने बताया कि यह मेरा दूसरा करवाचौथ था। पति अनिल माथुर ने बताया मैं यूनिवर्सिटी के जरूरी काम से दिल्ली जा रहा हूं। सुनकर मैं उदास हुई,लेकिन हां कर दिया। रात के समय मैं चांद की पूजा करने छत पर गई तो देखा कुछ देर बाद ये गिफ्ट लेकर आ गए। बॉक्स खोलकर देखा तो उसमें डायमंड रिंग थी, इस पल को मैं भूल नहीं सकती।
यह खबर भी पढ़ें : मुंबई से बुलाया बेटा फिर कर दी हत्या,ऐसे समझे मर्डर की पूरी कहानी बाजार में आए कई प्रकार के गिफ्ट
शहर में करवा चौथ को लेकर मार्केट में कई कलरफुल थालियां उपलब्ध हैं, जो महिलाओं को काफी अटे्रक्ट कर रहीं हैं। जिन पर लेस, कुंदन, मिरर, मोती, लटकन, पोमपोम और बुटी से वर्क किया गया है। कुछ थालियों को चुनरी पैटर्न, साइनिंग लेस, मोतियों की लेस और वेल्वेट कपड़े से डेकोरेट किया गया है।
शहर में करवा चौथ को लेकर मार्केट में कई कलरफुल थालियां उपलब्ध हैं, जो महिलाओं को काफी अटे्रक्ट कर रहीं हैं। जिन पर लेस, कुंदन, मिरर, मोती, लटकन, पोमपोम और बुटी से वर्क किया गया है। कुछ थालियों को चुनरी पैटर्न, साइनिंग लेस, मोतियों की लेस और वेल्वेट कपड़े से डेकोरेट किया गया है।
यह खबर भी पढ़ें : एयरफोर्स में नौकरी बताकर युवक ने रचाई शादी, फिर पत्नी को छोड़ GF के साथ की यह हरकत खास कर महिलाएं थाली में ऑरेंज,रेड,पीला,रानी, लहरिया कलर ज्यादा पसंद कर रहीं हैं। इसके अलावा न्यू ट्रेंड में मीनाकारी डिजाइन में सोने के कलर के साथ मल्टीकलर टच दिया गया है। जिससे थाली सोने की तरह चमकती है। करवाचौथ पर थाली के साथ करवा और छलनी का विशेष महत्व है करवा के पानी से महिलाएं चांद को अघ्र्य देती हैं फिर पूजा के बाद पति पत्नी को पानी पिलाकर व्रत खुलवाता है। शहर के ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी ने बताया कि रविवार को शाम 4 बजकर 58 मिनिट से प्रारंभ होकर 9 अक्टूबर को 2.16 मिनट तक रहेगी।