सारी सुख-सुविधाएं होने के बाद भी लोग परेशान सिटी काउंसलर के अनुसार अधिकतर लोग आज अपना जीवन टेंशन में बिता रहे हैं। कई लोग ऐसे भी हैं, जिनके पास सारी सुख सुविधा हैं, फिर भी वे परेशान हैं। तनाव के अधिक बढ़ जाने से बीमारियां हो रही हैं। लोग अपनी सफलता से कम दूसरों की सफलता से अधिक परेशान हैं। तानव के कारण उन्हें बीपी, शुगर, हिस्टीरिया, डिप्रेशन, पैनिक और डिसऑर्डर, हार्ट प्रॉब्लम आदि हो रही हैं।
डॉक्टर की सलाह जब हम तनाव में होते हैं, तब हमारा मानसिक स्वास्थ्य सबसे अधिक प्रभावित होता है। हमारा मेटाबॉलिक रेट बढ़ने लगता है, जिसके कारण शरीर में पोटेशियम का स्तर गिरने लगता है। इसे फिर से संतुलित करने के लिए हमें हाई पोटेशियमयुक्त पदार्थों की जरूरत होती है। मानसिक स्वास्थ्य ठीक करने के लिए हमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा चाहिए होती है। ये हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ऊर्जा के प्रमुख स्रोत हैं। इसलिए अपने भोजन में इन चीजों को प्रमुख रूप से तरजीह दें, जब आपका मन अच्छा होगा तभी आप अच्छा सोच पाएंगे। तनाव दूर करने के लिए केला खाएं। यह तनाव को दूर तो करता ही है, साथ में हमारे स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है। पोटेशियम एक मिनरल है, जो हार्टबीट को सामान्य रखने में मदद करता है और ऑक्सीजन को मस्तिष्क तक पहुंचाता है। यह शरीर में पानी के संतुलन को भी नियमित बनाए रखता है।
स्ट्रेस फ्री रहना है तो ये करें टाइम मैनेजमेंट करें। पॉजिटिव थिंकिंग रखें। स्वयं के लिए समय निकालें। फ्रेंड्स और रिलेटिव्स के साथ समय बिताएं। दूसरों की मदद करें। सुबह जल्द उठें। घूमने जाएं और मेडिटेशन करें। नशा न करें। ठंडे पानी से नहाए। अच्छी नींद लें। न कहने की भी आदत डालें। हंसाने वाली चीजें पढ़ें। म्यूजिक सुनें। अध्यात्म को अपनाएं। अच्छी किताबें पढ़ें। बेकार चीजों को छोड़ दें। एक समय में एक ही काम करें। अच्छा भोजन और आहार लें। दोस्तों से मजाक करें व बच्चों के साथ समय बिताएं।
तनाव क्या है तनाव शरीर की वह स्थिति है, जब हमारी लाइफ में अचानक कोई बदलाव आता है, जिससे शरीर में भावनात्मक और शारीरिक प्रतिक्रिया होती है। जब हमारे मस्तिष्क को अच्छी तरह से आराम नहीं मिल पाता, तो हमारा दिमाग थक जाता है और थका हुआ माइंड हमें बीमारी की ओर ले जाता है। इसलिए हमें ज्यादातर तनाव से मुक्त रहना चाहिए।
तनाव रहने के लक्षण नींद का कम आना, पाचन क्रिया का कमजोर हाना, रक्त संचार का ठीक न होना, वजन घट जाना, दिल का तेजी से धड़कते रहना, ब्लड प्रेशर बढ़ जाना, थकान महसूस करना, सिर दर्द रहना, मन उदास रहना, सांसें तेज होना, छोटी-छोटी बातों में तनाव लेना आदि।
लाइफस्टाइल में चेंज है बहुत जरूरी डॉ. उदैनिया के अनुसार तनाव मुक्त रहने के लिए अपनी लाइफस्टाइल चेंज करनी होगी। जिस प्रकार समय पर सोना जरूरी है, ठीक उसी प्रकार से सुबह समय पर उठना भी जरूरी है। उठने के बाद योग और व्यायाम आवश्यक है। इसके बाद पौष्टिक नाश्ता लें। भोजन में पोषक तत्वों को शामिल करें।