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पैसा चुकाने आए कारोबारी का 2.50 लाख रुपए के साथ किया अपहरण, बाद में चंबल नदी पर छोडकऱ भागे

locationग्वालियरPublished: Sep 13, 2019 06:29:56 pm

खाद के थोक कारोबारी का पैसा चुकाने के लिए डबरा से आए बुजुर्ग कारोबारी का रेलवे स्टेशन से मुरार के बीच अपहरण कर बदमाशों ने 2.55 लाख रुपया…

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पैसा चुकाने आए कारोबारी का 2.50 लाख रुपए के साथ किया अपहरण, बाद में चंबल नदी पर छोडकऱ भागे,पैसा चुकाने आए कारोबारी का 2.50 लाख रुपए के साथ किया अपहरण, बाद में चंबल नदी पर छोडकऱ भागे,पैसा चुकाने आए कारोबारी का 2.50 लाख रुपए के साथ किया अपहरण, बाद में चंबल नदी पर छोडकऱ भागे

ग्वालियर. खाद के थोक कारोबारी का पैसा चुकाने के लिए डबरा से आए बुजुर्ग कारोबारी का रेलवे स्टेशन से मुरार के बीच अपहरण कर बदमाशों ने 2.55 लाख रुपया, सोने की अंगूठी छीन ली। दिनभर उन्हें कमरे में बंद रखा फिर रात को अपहरणकर्ता चंबल नदी के घाट पर उन्हें लावारिस छोडकऱ भाग गए। वहां से पैदल धौलपुर पहुंचकर कारोबारी ने राहगीरों के फोन से घर कॉल किया तब परिजन उन्हें वहां से घर लाए।
विश्वनाथ सिंह रावत निवासी संन्यास आश्रम के पास डबरा ने बताया भाई बलवंत सिंह (60) पुत्र रंजोर सिंह डबरा में खाद की दुकान है। मुरार में भावना टे्रडर्स के जरिए थोक में खाद मंगाते हैं, जब ग्वालियर जाना होता है तो पेमेंट करने जाते हैं। पिछली खरीद का करीब 2.50 लाख रुपया पेमेंट हो गया था। बुधवार सुबह बलवंत उसे चुकाने के लिए ग्वालियर के लिए निकले। ग्वालियर जाने के लिए पैंसेजर ट्रेन में बैठे, ट्रेन लेट थी तो दोपहर करीब 11:45 बजे ग्वालियर पहुंचे। रेलवे स्टेशन के बाहर से मुरार के लिए ऑटो किया। उसमें दो युवक पहले से बैठे थे। ऑटो चालक थाटीपुर तक तो ठीक चला, सुरेश नगर पेट्रोल पंप पर पहुंचकर उसने ऑटो गली में मोड़ दिया। बलवंत ने उसे टोका कि कहां ले जा रहे हो यह मुरार का रास्ता नहीं है, तो ऑटो चालक ने जवाब दिया कि दो सवारी बैठी हैं उन्हें यही उतरना है। दोनों को छोडकऱ मुरार चलेगा, उसकी बात पर भरोसा कर बलवंत चुप बैठ गए। गली में थोड़ा चलकर सवारी बनकर बैठे दो युवक ने उन्हें दबोच कर रुमाल नाक पर रख दिया। उसके बाद वह बेहोश हो गए, जब होश आया तो कमरे में बंद थे। आसपास कोई आवाज तक सुनाई नहीं दे रही थी। जेब से 2 लाख 55 हजार रुपया और सोने की अंगूठी गायब थी। बदमाशों ने उन्हें रात होने तक कमरे में बंद रखा। आधी रात को कमरे से बाहर निकाल कर जीप में बैठाकर चंबल नदी के उस पार ले जाकर घाट पर छोड़ दिया। वहां से पैदल धौलपुर पहुंच कारोबारी ने राहगीरों के फोन से घर कॉल किया।

मदद मांगकर कॉल किया तब पहुंची पुलिस
बलवंत सिंह रावत ने पुलिस को बताया अपहरणकर्ता उसे चंबल किनारे छोडकऱ वापस मुरैना के रास्ते पर भाग गए। कुछ देर वह नदी किनारे बैठे रहे फिर पैदल धौलपुर पहुंचे। कुछ लोग मिले उन्हें घटना बताकर घर फोन करने की मदद मांगी, ज्यादातर लोग बात सुनकर आगे बढ़ गए। तमाम कवायद के बाद एक राहगीर ने अपना मोबाइल फोन कॉल करने के लिए दिया तब परिजन से बात हुई सुबह परिजन मुरैना पहुंचे और उन्हें लेकर आए।

ऑटो नंबर से अपहरणकर्ताओं की तलाश
पड़ाव थाने के एसआइ जीत बहादुर सिंह के मुताबिक खाद कारोबारी बलवंत सिंह ऑटो का नंबर नहीं बता सके हैं, रेलवे स्टेशन पर कैमरे के फुटेज से ऑटो का नंबर ट्रेस किया जाएगा उससे ऑटो चालक की पहचान होगी। उसके साथ सवारी बनकर बैठे दो युवक कौन थे उन्हें भी फुटेज से ही पहचाना जाएगा।

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