इस बार करवाचौथ पर सर्वार्थ सिद्धि का योग है। चतुर्थी तिथि 3 नवंबर मंगलवार को रात 1:05 बजे शुरू हो चुकी है, जो 4 नवंबर बुधवार को रात 2:10 बजे तक रहेगी। मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी चन्द्रमा हैं। राशि के स्वामी शुक्र और बुध हैं। इसलिये बुधवार को दिनभर सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। अन्य पर्व व त्योहार की तरह कोरोना काल का प्रभाव करवा चौथ पर भी पड़ रहा है। वहीं अंचल में चंद्रोदय 8.14 बजे होगा।
वहीं शहर के पंडित जगदीश शर्मा बताते है कि इस व्रत में शिव-पार्वती, कार्तिकेय, गणेश तथा चंद्रमा की पूजा करने का विधान है। स्त्रियां चंद्रमा के दर्शन कर, अर्घ देकर ही जल, भोजन ग्रहण करती हैं। वहीं हर महिला को पूजा के बाद तांबे या मिट्टी के करवे में चावल, सुहाग सामग्री, रुपया रखकर दान करना चाहिए। इससे पति-पत्नी के बीच प्रसन्नता बनी रहती है।