गौरतलब है कि भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील रघुवंशी पहले चरण में कुछ समय के लिए बनाए गए थे और दूसरी बार भी उनको सर्वसम्मति से अध्यक्ष बना दिया गया। हालांकि रघुवंशी का कार्यकाल अधिक विवादित नहीं रहा और वे भाजपा के दोनों धड़ों में बराबरी की भागीदारी निभाते रहे। पिछले दिनों पार्टी में पदाधिकारी बनाए जाने को लेकर जिन चेहरों को जिलाध्यक्ष ने चिह्नित किया, उनको लेकर पार्टी में ही अंदरूनी खींचतान चलती रही।
उस दौरान भी सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें आईं थीं। गुरुवार को जब शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया के पूर्व प्रतिनिधि व भाजपा से कोलारस के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के भाई मुकेश रघुवंशी ने यह पोस्ट डाली, तो एक बार फिर पार्टी के अंदर यह मुद्दा गर्मा गया। क्योंकि कोलारस विधायक ने भी पिछले चुनाव में ही कांग्रेस से बगावत करके भाजपा में ज्वाइनिंग दी है।
बोले कांग्रेस प्रवक्ता
हम तो शुरू से ही यह कहते आए हैं कि भाजपा का चाल-चरित्र-चेहरा यही है। उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता ने अगर यह पोस्ट डाली है तो उसमें गलत क्या है, बस उसने अपनी पार्टी की पर्देदारी को उजागर ही तो किया है। इससे मालूम पड़ता है कि भाजपा में किस तरह से पद दिए जाते हैं।
अजीत भदौरिया, कांग्रेस प्रवक्ता
बोले भाजपा जिलाध्यक्ष
मुकेश रघुवंशी वर्तमान में किसी पद पर नहीं हैं तथा पूर्व में वे शिवपुरी विधायक के प्रतिनिधि रहे। अब यह पोस्ट उन्होंने ही डाली है, तो इसमें कितनी सच्चाई है, यह तो वे ही बता पाएंगे। जहां तक शिकायत की बात है तो मीडिया के माध्यम से हमारे वरिष्ठ नेताओं तक यह बात स्वत: ही पहुंच जाएगी।
सुशील रघुवंशी, भाजपा जिलाध्यक्ष
मुकेश पहले मेरे प्रतिनिधि थे, लेकिन इस बार अभी तक मैंने अपने प्रतिनिधि नहीं बनाए। इस तरह की पोस्ट, जिसमें पार्टी का नाम भी शामिल है, नहीं डालना चाहिए।
यशोधरा राजे , विधायक शिवपुरी
मैं ऐसी पोस्ट की निंदा करता हूं, फिर चाहे इसे लिखने वाला मेरा भाई ही क्यों न हो। ऐसी पोस्ट पार्टी की छवि को खराब करती हैं।
वीरेंद्र रघुवंशी, कोलारस विधायक