– वित्त मंत्रालय की स्वीकृति के बिना ग्रांट मद, फीस राशि, भवन निर्माण खर्च में अनियमितताओं की प्रदेश सरकार से शिकायत हुई थी।
– पूर्व ईसी मेंबर अजित भदौरिया ने भी विवि में आर्थिक अनियमितताओं, नियम विरुद्ध नियुक्तियों और मल्टी आर्ट कॉम्पलेक्स एवं स्वीमिंग पूल निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी।
जेयू के वित्त नियंत्रक ने कुलपति की शिकायत पत्र के जरिए 10 जनवरी-2018 को की थी।
रूसा के मद से बनाई गई लैब में करोड़ों के उपकरण खरीदे गए, इनमें अधिकतर लोकल वेंडर से ज्यादा दामों में खरीदे गए हैं।
मल्टी आर्ट कॉम्पलेक्स में ध्वनि प्रसारण के लिए लोकल वेंडर्स से खरीद की है, जबकि सीधे कंपनी से की जाती तो बचत हो सकती थी।
शिकायत के बाद नहीं आया कोई बदलाव
-जीवाजी विश्वविद्यालय में बन रहे मल्टी आर्ट कॉम्पलेक्स और स्वीमिंग पूल सहित अन्य अनियमितताओं को लेकर हमने शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद भी कोई बदलाव नहीं आया। अगर निष्पक्ष जांच हो जाए तो बहुत बड़ा गोलमाल उजागर हो सकता है।
अजीत भदौरिया, पूर्व ईसी मेंबर
डॉ. एपीएस चौहान, विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान विभाग