अधिकारियों के द्वारा उनके हाथ से झाडू लिए जाने के बाद उन्होंने कचरा उठाने वाली ट्रॉली पकड़ ली। उन्होंने कहा कि जब आप लोग अभी तक सफाई नहीं करा पाए, तो फिर आगे क्या कराओगे। वे ट्रॉली लेकर चल रहे थे और कार्यकर्ता उसमें सडक़ पर पड़ा कचरा उठाकर डाल रहे थे। अधिकारियों द्वारा एक मौका और दिए जाने के निवेदन पर उन्होंने ट्रॉली निगमकर्मियों को सौंप दी।
विधायक पाठक ने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर आगमन पर सभी से कहा था कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाएं, हमने उनके निर्देश पर यह बीड़ा उठाया है।
उन्होंने कहा कि 11 अक्टूबर को नगर निगम परिषद में जनता पर स्वच्छता कर लगाए जाने का प्रस्ताव लाया जाने वाला है, इसका विरोध करते हैं। नगर निगम शहर को स्वच्छ नहीं कर पा रही है, उसे लोगों पर स्वच्छता के नाम पर कर नहीं थोपना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले निगम अधिकारियों को जनता का दिल जीतना चाहिए, उन्हें शहर को स्वच्छ और गड्ढों से मुक्त करना चाहिए।
पाठक ने कहा कि वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या यह है कि निगम अधिकारी मैदान में नहीं आना चाहते हैं, वे दफ्तरों में बैठे रहते हैं। शहर में कहां काम हो रहा है और कहां नहीं, इसे देखने वाला, इसकी मॉनीटरिंग करने वाला कोई नहीं है। इस कारण सफाई व्यवस्था भंग हो गई है।