ग्वालियर

शहर में सफाई व्यवस्था भंग होने पर सडक़ पर झाडू लेकर उतरे विधायक, अधिकारी बोले-कल से नहीं मिलेगी शिकायत

रात साढ़े नौ बजे विधायक प्रवीण पाठक और ब्लॉक अध्यक्ष सहित अन्य कार्यकर्ता झाडू लेकर आ गए। पाठक ने केआरजी कॉलेज से झाडू लगानी शुरू की, उनके साथ और भी कार्यकर्ता झाडू लगा रहे थे। साथ में कांग्रेस नेता कचरा भरने के लिए ट्रॉली लेकर आ रहे थे।

ग्वालियरOct 11, 2019 / 01:13 am

Rahul rai

शहर में सफाई व्यवस्था भंग होने पर सडक़ पर झाडू लेकर उतरे विधायक, अधिकारी बोले-कल से नहीं मिलेगी शिकायत

ग्वालियर। शहर की ध्वस्त हो चुकी सफाई व्यवस्था का विरोध करते हुए गुरुवार रात विधायक प्रवीण पाठक ने अपने हाथों में झाडू थाम ली। उनके साथ कांग्रेस कार्यकर्ता भी झाडू लेकर आ गए। जैसे ही उन्होंने झाडू लगानी शुरू की, तभी निगम अधिकारी आ गए और उनसे झाडू लेते हुए बोले कि हम एक घंटे में सफाई कर देंगे, कल से सफाई की शिकायत नहीं मिलेगी।
रात साढ़े नौ बजे विधायक प्रवीण पाठक और ब्लॉक अध्यक्ष सहित अन्य कार्यकर्ता झाडू लेकर आ गए। पाठक ने केआरजी कॉलेज से झाडू लगानी शुरू की, उनके साथ और भी कार्यकर्ता झाडू लगा रहे थे। साथ में कांग्रेस नेता कचरा भरने के लिए ट्रॉली लेकर आ रहे थे। इस बीच नया बाजार तिराहे पर उपायुक्त नरोत्तम भार्गव व अन्य अधिकारी पहुंच गए और उन्होंने पाठक से कहा कि यह झाडू हमें दे दीजिए, हम सफाई करवा देंगे। उन्होंने विधायक को आश्वस्त किया कि अब शिकायत नहीं मिलेगी।
एक मौका और देने के निवेदन पर छोड़ी ट्रॉली
अधिकारियों के द्वारा उनके हाथ से झाडू लिए जाने के बाद उन्होंने कचरा उठाने वाली ट्रॉली पकड़ ली। उन्होंने कहा कि जब आप लोग अभी तक सफाई नहीं करा पाए, तो फिर आगे क्या कराओगे। वे ट्रॉली लेकर चल रहे थे और कार्यकर्ता उसमें सडक़ पर पड़ा कचरा उठाकर डाल रहे थे। अधिकारियों द्वारा एक मौका और दिए जाने के निवेदन पर उन्होंने ट्रॉली निगमकर्मियों को सौंप दी।
सिंधिया के निर्देश पर उतरे मैदान में
विधायक पाठक ने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर आगमन पर सभी से कहा था कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाएं, हमने उनके निर्देश पर यह बीड़ा उठाया है।
जनता पर कर नहीं थोपें
उन्होंने कहा कि 11 अक्टूबर को नगर निगम परिषद में जनता पर स्वच्छता कर लगाए जाने का प्रस्ताव लाया जाने वाला है, इसका विरोध करते हैं। नगर निगम शहर को स्वच्छ नहीं कर पा रही है, उसे लोगों पर स्वच्छता के नाम पर कर नहीं थोपना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले निगम अधिकारियों को जनता का दिल जीतना चाहिए, उन्हें शहर को स्वच्छ और गड्ढों से मुक्त करना चाहिए।
अफसर सडक़ पर उतरेंगे तभी सुधरेंगे हालात
पाठक ने कहा कि वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या यह है कि निगम अधिकारी मैदान में नहीं आना चाहते हैं, वे दफ्तरों में बैठे रहते हैं। शहर में कहां काम हो रहा है और कहां नहीं, इसे देखने वाला, इसकी मॉनीटरिंग करने वाला कोई नहीं है। इस कारण सफाई व्यवस्था भंग हो गई है।
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