ग्वालियर पूर्व वीवीआईपी क्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र में महल होने से कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सहित कई वरिष्ठ नेताओं के निवास होने के अलावा इस क्षेत्र में बसंत विहार, ललितपुर कॉलोनी, चेतकपुरी, माधवनगर, शारदा विहार, हरीशंकरपुरम, विवेक विहार, सिटी सेंटर की कॉलोनियां, दीनदयालनगर तथा उसके आसपास की कॉलोनियां आती है। इस क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत कम होना चिंताजनक है।
ग्वालियर पूर्व में सुबह नौ बजे तक 10.30 प्रतिशत, 11 बजे तक 15.90 प्रतिशत, 3 बजे तक 41.80प्रतिशत, पांच बजे तक 50.50 प्रतिशत तथा कुल 54.36 प्रतिशत मतदान हुआ। उपनगर मुरार में प्रगति विद्यापीठ में मशीन खराब होने के कारण सात बजे मतदान ही शुरु नहीं हो सका था, इस जानकारी पर कांग्रेस नेता अति सुंदर सिंह वहां पहुंचे तथा इसकी शिकायत की, इसके बाद वहां इवीएम की व्यवस्था कर 7.40 बजे मतदान प्रारंभ हो सका। इंदरगंज, दालबाजार, थाटीपुर के मतदान केन्द्रों में दिन में मतदान बहुत धीमा रहा लेकिन शाम को इसकी गति थोड़ी बढ़ी गई थी। इस दौरान दोनों ही प्रमुख दलों के नेता ऐसा कहीं प्रयास करते हुए नहीं दिखे कि लोग वोट देने घरों से निकलें।
मतदान केन्द्रों पर वोटरों का किया इंतजार
ग्वालियर. ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने सुबह से ही पोलिंग बूथ के पास पहुंचकर अपना वोट डालने के बाद दूसरे मतदाताओं का घंटों इंतजार किया। इसमें सबसे ज्यादा लोग बरौआ गांव में लोग पेड़ के नीचे एक दूसरे का इंतजार करते रहे। दोपहर बाद कुछ लोगों ने अपने छूटे हुए वोटरों को बुलाने के लिए खबर भेजकर वोट करने को कहा। इस गांव में जहां पोलिंग बूथ बनाया था। उसके सामने पेड़ों के नीचे कई लोग सुबह से ही चुनाव में हार जीत की रणनीति बनाते हुए भी देखे गए। ग्रामीणों का कहना था कि गांव के अधिकांश लोग शादी में जाने के कारण वोट डालने से चूक गए है।