सांसद ने कहा, प्रदेश में बिजली के बिल समय पर जमा न होने के कारण विद्युत कंपनियों द्वारा विद्युत सप्लाई अबाधित रखने के लिए खराब पड़े ट्रांसफार्मर समय नहीं बदले जा रहे हैं। इस कारण ग्रामीण अंचल में विद्युत संकट गहराता जा रहा है। वर्तमान में सरकार गरीबों को मुफ्त राशन, गैस सिलेंडर, आर्थिक सहायता और बैंक त्र्ऋण अदा करने में राहत दी गई है ऐसे में किसानों के बिजली बिलों को स्थगित कर उन्हें राहत मिलना चाहिए।
प्रधानमंत्री राहत कोष में सांसद विवेक नारायण शेजवलकर निधि से एक करोड़ रुपए जमा कराएं है। इससे पूर्व सांसद शेजवलकर ने इस आपदा से निपटने के लिए अपने संसदीय क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए आवश्यक स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध कराने के लिए पूर्व में सांसद निधि से 70 लाख दे चुके है।