घर के बुजुर्गों के साथ बिताए समय पद्मश्री एम राजगोपाल ने एक कहानी सुनाई। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य की परिभाषा खुद का स्वस्थ होना नहीं बल्कि फिजिकल, मेंटल और सोशल वैल बीइंग होना है। लोग पूरा जीवन धन दौलत कमाने में निकाल देते हैं, लेकिन आखिरी समय में उसे सबसे अच्छा उसका अपनों का साथ होना लगता है। उन्होंने बताया कि केरल में ही कई लाख लोग अकेले हैं। उनकी सेवा हम, आप या कम्युनिटी के लोग ही कर सकते हैं। इसके लिए आप भी आगे आएं।
जीवन में कठिन टॉस्क लेने होंगे स्विगी के सीनियर मैनेजर उत्सव मिश्रा ने कहा कि अगर विषयों के साथ लाइफ स्किल का एक पीरियड भी होता तो शायद समास्याओं से जूझने की शक्ति ज्यादा होती। उन्होंने कहा कि फि जिक्स और केमिस्ट्री की पढ़ाई से जिंदगी की समस्याओं पर विजय नहीं पाई जा सकती। इसके लिए आपको कठिन टॉस्क लेने होंगे। याद रखें असफलता हमें बहुत कुछ सिखाती है। इसलिए इससे घबराए नहीं बल्कि अपनी कमियों को पहचानकर आगे बढ़ें।