ग्वालियर

बड़ी खबर : घर से फ्रेंड के साथ निकला,रास्ते में सिर में मारी गोलियां,फिर बॉडी से की छेड़छाड़,देखें वीडियो

घर से फ्रेंड के साथ निकला,रास्ते में सिर में मारी गोलियां,फिर बॉडी से की छेड़छाड़

ग्वालियरAug 30, 2018 / 02:22 pm

monu sahu

बड़ी खबर : घर से फ्रेंड के साथ निकला,रास्ते में सिर में मारी गोलियां,फिर बॉडी से की छेड़छाड़,देखें वीडियो

ग्वालियर। घर से दोस्त के साथ गए युवक का शव गिरगांव में भीकम सिंह के खेत में खून से लथपथ पड़ा मिला। उसके सिर में गोलियों के तीन घाव दिखे हैं। जान बचाने के लिए हत्यारों से उसने संघर्ष भी किया, लेकिन हत्यारे उसे जिंदा नहीं छोडऩा चाहते थे इसलिए कनपटी को टारगेट कर गोली मारी है। हत्यारे की गले की माला शव की हथेली में जकड़ी मिली है। चरवाहों ने बुधवार शाम को शव देखा तो पुलिस को बुला लिया।
 

शव की जेब में उसका मोबाइल फोन भी रखा मिला है। उस पर आने वाले फोन कॉल से मरने वाले की पहचान हुई है। परिजन ने पुलिस को बताया कि 24 घंटे से वह घर नहीं आया था तो उसे तलाश रहे थे। हजीरा थाने में गुम इंसान दर्ज कराने पहुंचे थे तब उसका शव पड़े होना पता चला। पुलिस ने बताया भानू तोमर (19) पुत्र उदयवीर सिंह तोमर निवासी न्यू कॉलोनी नंबर एक का खून से लथपथ शव बुधवार शाम को गिरगांव में भीकम सिंह गुर्जर के खेत में पड़ा मिला। भानू १२ वीं का छात्र था।
 

बुधवार शाम को गिरगांव पहाड़ी से मवेशी चराकर लौट रहे चरवाहों को खेत में शव दिखा तो गांव में खलबली मची। हत्यारों ने भानू के सिर में गोलियां मारी हैं। शव के पास 20 रुपए का नोट, भानू की चप्पलें और रुमाल और घड़ी पड़ी मिली है। उसका चेहरा क्षतविक्षत हो चुका था। महाराजपुरा टीआइ यदुवीर सिंह तोमर का कहना है कि भानू की हत्या कहीं और हुई है।
 

आशंका है हत्यारे रात के वक्त शव को यहां फेंक गए हैं। भीकम सिंह के घर से सटा रास्ते का एक छोर गिरगांव और दूसरा महाराजपुरा थाने के बाजू से निकलता है। हत्या के तरीके को देखकर लगता है कि हत्यारों से भानू की गहरी दुश्मनी थी। उसे प्लानिंग से ठिकाने पर बुलाकर उसकी जान ली है। जान बचाने के लिए भानू का हत्यारों से संघर्ष भी हुआ।
 

पड़ोसी के सीसीटीवी में जाता दिखा
भानू के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि मंगलवार रात ८ बजे तक भानू को बस्ती में देखा था। उसे अरुण के साथ बाइक पर जाते देखा था। उस वक्त भानू के पास करीब ५ हजार रुपए भी थे। उसके बाद भानू बस्ती में नहीं लौटा। अरुण की शोहरत अपराधिक प्रवृति की है। कुछ समय पहले पुरानी छावनी पर ढाबे पर गोलियां चलाने में उसका नाम उछला था।
 

हत्यारों ने भानू को बहाने से बुलाया
परिजन भानू की हत्या के पीछे वजह नहीं बता सके हैं,लेकिन पुलिस वारदात के पीछे आशनाई और लेनदेन को कारण मान रही है। उसे शक है कि हत्यारों ने भानू को बहाने से ठिकाने पर बुलाया है। फिर घेरकर उसकी हत्या की है। हत्यारों में से किसी का गिरगांव के इस रास्ते से ताल्लुक रहा है तो शव यहां फेंका गया है।
 

 

फोन ऑन करने पर पहचान
गिरगांव के लोगों का कहना है कि भानू को इससे पहले कभी गांव में नहीं देखा है। इसलिए उसके शव कोनहीं पहचान सके। तलाशी लेने पर भानू की पेंट की जेब में बंद मोबाइल रखा मिला। उसे ऑन करने पर फोन कॉल आना शुरू हो गए। उन्हें रिसीव करने पर उसकी पहचान हुई।
 

जिस पर गोली चलाई थी उस पर शक
भानू की हत्या में परिजन ने अरुण, शिवम और एक अन्य पर शक जाहिर किया। भानू और शिवम के बीच दुश्मनी ठनी है। भानू ने कुछ दिन पहले शिवम पर फायर किया था। दो दिन पहले शिवम और उसके बीच कहासुनी भी हुई थी। इसमें शिवम ने उसे धमकी दी थी। भानू की हत्या के बाद परिजनों ने पुलिस से शिवम और अरुण को तलाशने के लिए कहा है।
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