scriptएलएलबी प्रथम वर्ष में 1302 छात्रों में से 602 कर दिए फेल | LLB fails to get 602 tax out of 1302 students in first year JU does n | Patrika News

एलएलबी प्रथम वर्ष में 1302 छात्रों में से 602 कर दिए फेल

locationग्वालियरPublished: Jun 26, 2019 01:30:01 am

Submitted by:

Rahul rai

अकेले एमएलबी स्वशासी उत्कृष्ट महाविद्यालय के ही 250 से अधिक छात्र फेल हुए हैं। इससे आक्रोशत छात्र मंगलवार को परीक्षा नियंत्रक के पास पहुंचे और परीक्षा परिणाम के रिव्यू की मांग के साथ व्यवस्थाओं को लेकर खूब खरी खोटी सुनाई

LLB,results,

एलएलबी प्रथम वर्ष में 1302 छात्रों में से 602 कर दिए फेल

ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में परीक्षा परिणाम में गड़बडिय़ों से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ का सिलसिला थम नहीं रहा है। बीए, बीएससी, बीकॉम सहित अन्य परीक्षाओं में त्रुटियां सामने आने के बाद अब रिजल्ट बनाने वाली कंपनी ने एलएलबी प्रथम वर्ष के भारतीय संविधान विषय के पेपर में 1302 छात्रों में से 602 छात्रों को फेल कर दिया।
अकेले एमएलबी स्वशासी उत्कृष्ट महाविद्यालय के ही 250 से अधिक छात्र फेल हुए हैं। इससे आक्रोशत छात्र मंगलवार को परीक्षा नियंत्रक के पास पहुंचे और परीक्षा परिणाम के रिव्यू की मांग के साथ व्यवस्थाओं को लेकर खूब खरी खोटी सुनाई। सही जवाब नहीं मिलने पर छात्र फिर आने की कहकर चले गए।

जेयू द्वारा संचालित सभी पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं के बाद परिणाम तैयार करने की जिम्मेदारी नागपुर की माइक्रो प्रो कंपनी पर है। इस कंपनी ने मार्च से अभी तक जितने भी परिणाम तैयार किए हैं, उन सभी में गड़बडिय़ों के कारण छात्रों को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है। लगभग 5 हजार छात्र एक कंपनी की मनमानी से परेशान हैं। अब एलएलबी के छात्रों के रिजल्ट का नया मामला सामने आ गया है, इसके बाद भी जेयू प्रबंधन ने कंपनी के खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठाया है।

छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक को बाहर नहीं जाने दिया
परिणाम में गड़बड़ी की शिकायत लेकर एमएलबी कॉलेज के छात्र प्रशासनिक भवन पहुंचे और डीआर के कक्ष के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद वे परीक्षा नियंत्रक एसकेएस सेंगर के कक्ष में पहुंच गए और जमीन पर बैठकर परिणाम को सुधारने की मांग करने लगे। इस बीच जब परीक्षा नियंत्रक ने बाहर जाने की कोशिश की तो सभी छात्रों ने रोक लिया और पहले ठोस आश्वासन देने की मांग की, लेकिन वे ज्यादातर समय चुप्पी साधे रहे और परिणाम को लेकर छात्रों से इधर-उधर की बात करते रहे।

छात्रों से बोले- रीओपन के लिए आवेदन करो
परीक्षा नियंत्रक ने छात्रों से कहा कि अगर उन्हें लगता है कि उनका रिजल्ट सही नहीं है तो वे रीओपन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस पर छात्र बोले कि गलती विवि द्वारा नियुक्त परिणाम बनाने वाली कंपनी की है, तो हम रीओपन के लिए फीस क्यों जमा करें। सभी छात्रों ने कहा कि परीक्षा से पहले शुल्क हम जमा कर चुके हैं, अब दोबारा शुल्क क्यों जमा करें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो