ड्रायवर को हटा दिया
वीडियो वायरल होने के बाद हडक़ंप मच गया है। 108 एंबुलेंस प्रबंधन के द्वारा जहां उक्त वाहन के ड्रायवर को हटा दिया है। वहीं ढोढर के चिकित्सा अधिकारी इस मामले में एफआईआर कराए जाने की बात कह रहे है। वायरल वीडियो में दिख रही एंबुलेंस ढोढर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में बतौर जननी वाहन के रूप में लगी है। जिसकी ड्रायवर सीट पर बैठकर एक शख्स एंबुलेंस के अंदर ही मरीज का रैफर पर्चा बना रहा है और रैफर पर्चे पर रैफर करने वाले अधिकारी के खुद ही फर्जी हस्ताक्षर कर रहा है।
न ही रैफर की गई
खास बात यह है कि ढोढर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से जिस गर्भवती महिला का रैफर किए जाने का पर्चा बनाया गया है,उस नाम की कोई महिला एक अप्रैल को ढोढर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से न तो भर्ती की गई और न ही रैफर की गई।
मामला सामने आ चुका
वीडियो में 5 हजार रुपए लेकर कोटा छोडऩे की बात कही जा रही है। यहां बता दें कि इसके पहले एंबुलेंसकर्मियों के द्वारा मरीज को कोटा छोडऩे के बदले रुपए मांगने और न देने पर उसके जरुरी दस्तावेज न सौंपकर आने का मामला सामने आ चुका है।
ड्रायवर निलंबित कर दिया
वायरल वीडियो में जो वाहन दिख रहा है,वह 108 एंबुलेंस न होकर पीएचसी ढोढर का जननी वाहन है,जो अनुबंध के तहत जुड़ा है। उक्त वाहन के ड्रायवर को निलंबित कर दिया है। जननी वाहन के वेंडर को इस तरह की स्थिति आगे न बनने की सख्त हिदायत दे दी है।
प्रवीण शर्मा संभागीय अधिकारी 108 एंबुलेंस
एफआईआर भी कराएंगे
वायरल वीडियो हमने भी देखा है। जिसके बारे में तत्काल 108 के अधिकारियों को बताया। वहीं हमारे वरिष्ठ अफसरो को भी इसकी जानकारी दी। वरिष्ठ अफसरों के निर्देश मिलने पर इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
डॉ पीके शर्मा ,चिकित्सा अधिकारी,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ढोढर