लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी की बैठक के बाहर चले लात-घूंसे,सामने आई ये कहानी
ग्वालियर। लोकसभा चुनाव में मुरैना से कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास रावत की मौजूदगी में आयोजित पहली चुनावी बैठक में दो नेताओं के बीच जुबानी जंग के बाद बाहर समर्थक आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में जमकर ताल-घूंसे चले और एक-दूसरे के कपड़े फाड़ डाले। पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद दोनों पक्षों को शांत कराया। बाद में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मारपीट,अपशब्द कहने और जान से मारने की धमकी के आवेदन कोतवाली पुलिस को दिए हैं। आवेदनों की जांच की जा रही है।
रविवार को कांग्रेस ने लोकसभा उम्मीदवार रामनिवास रावत के साथ विधायकों व पार्टी पदाधिकारियों की बैठक रखी थी। बिजली घर के सामने गांधी बाल निकेतन में आयोजित बैठक में कांग्रेस को जिताने के लिए रणनीति पर चर्चा हो रही थी। इसी दौरान नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष रिंकू मावई ने रावत से मुखातिब होते हुए कहा कि वे अपनी दम पर चुनाव लड़ें। क्योंकि यहां चुनाव के दौरान कुछ नेता व कार्यकर्ता गुना-शिवपुरी,भिण्ड एवं अन्य दीगर स्थानों पर चले जाते हैं। कार्यकर्ता तो अपनी जगह मेहनत करता रहता है। इसके बाद जिला पंचायत के पूर्व सदस्य मनोजपाल सिंह की बोलने की बारी आई तो उन्होंने मावई का बात का प्रतिकार किया।
यादव ने कहा कि पार्टी के नेता जब ड्यूटी लगाते हैं तो जाना पड़ता है। हम स्वयं ग्वालियर और शिवपुरी के लोकसभा प्रभारी हैं। ऐसे में नेता कहेेंगे तो उन्हें जाना पड़ेगा। लेकिन मोबाइल से वे अपने प्रभाव का उपयोग जिले में पार्टी उम्मीदवार को जिताने के लिए करेंगे। इसे लेकर बैठक में ही मावई व यादव के समर्थकों में विवाद होने लगा। बैठक खत्म हुई तो सभी नेता बाहर भी नहीं आ पाए थे कि मावई व यादव समर्थक आपस में भिड़ गए। वे ऐसे भिड़े कि गांधी बालनिकेतन के गेट से लेकर एमएस रोड तक हंगामा हो गया। दोनों पक्षों के लोगों के साथ जमकर मारपीट के बाद प्रबलप्रताप सिंह मावई और यादव समर्थक धर्मपाल ने पुलिस को आवेदन दिए हैं। पुलिस इन आवेदन पत्रों के आधार पर पड़ताल कर रही है।
कपड़े तक फट गए लोगों के मारपीट के दौरान कुछ लोगों के कपड़ेे भी फट गए। हालांकि कुछ लोगों ने धर्मपाल को पास की सब्जी की दुकान में पटक लिया था और वे उसे पीट रहे थे, लेकिन पुलिस ने मशक्कत के बाद उसे छुड़ाया। जैसे ही वह भागने लगा तो तीन-चार युवक और आए और मारपीट करने लगे। मारपीट करने वाले युवकों में कुछ की पहले पिटाई हो चुकी थी और उनके कपड़े भी फट गए थे। जब एसपी डॉ असित यादव, सीएसपी सुधीर सिंह मौके पर पहुंचे तब तक झगड़ा करने वाले लोग जा चुके थे। इससे पहले कोतवाली पुलिस ने बड़ी मुश्किल से विवाद को शांत कराया।
जब पार्षद ने खोली विधायकों की पोल कांग्रेस उम्मीदवार की मौजूदगी में हो रही बैठक में जब विधायक और कांग्रेस नेता चुनाव जीतने की रणनीति पर चर्चा कर रहे थे, तब एक पार्षद ने उनकी पोल खोल दी। वार्ड 46 से पार्षद और ग्रामीण ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बदन सिंह यादव ने कहा कि नेता चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं को पार्टी की रीढ़ बताते हैं, लेकिन बाद में उसे छोड़ देते हैं। कार्यकर्ताओं का कोई काम नहीं करते हैं, उनके फोन तक रिसीव नहीं करते हैं। पार्षद को रोका-टोका गया लेकिन वे नहीं माने और कहते रहे कि कार्यकर्ताओं के मन की बात नेताओं तक पहुंचाने में लोग कतराते हैं, लेकिन हम तो कहेंगे।
“रिंकू मावई और मनोजपाल के बीच पहले से ही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता है। बैठक में एक-दूसरे पर कटाक्ष लेकर हंगामा हुआ तो शांत करवा दिया गया। लेकिन दोनों पक्षों ने अपने समर्थकों को बुला लिया था और वे बाहर भिड़ गए। हमने तो बीच-बचाव किया है। पुलिस में आवेदन किसने दिए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। यह व्यक्तिगत विवाद था, इससे पार्टी को सरोकार नहीं है। पार्टी के कामकाज पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।” राकेश मावई,जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी मुरैना।
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