होती रही चर्चा कौन आगे रहा, कौन जीतेगा
अधिकांश विभागों का ताला दोपहर के बाद खुला, इसके बाद वहां चुनाव की ही चर्चा होती रही। कौन आगे रहा, किसको अधिक मत मिले और कौन जीत रहा है, किसकी सरकार बन रही है, इसी कयासबाजी में कर्मचारी लगे रहे। कर्मचारी चुनाव ड्यूटी के अनुभव भी शेयर करते रहे।
नगर निगम मुख्यालय में खाली रहे चेंबर
सप्ताह के पहले दिन सोमवार को आमतौर पर नगर निगम मुख्यालय में आम लोगों की भीड़ कुछ अधिक रहती है। अफसर भी लगभग सभी मौजूद रहते हैं, लेकिन सोमवार को यहां सन्नाटा था। निगम अपर आयुक्त से लेकर ईई और सब इंजीनियर समेत कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में लगाई गई थी, इससे निगम के सभी विभागों तथा अधिकारियों के चेंबर खाली पड़े थे। निगम अमले को सभी मतदान केंद्रों की साफ-सफाई, पानी और अन्य व्यवस्था में लगाया गया था। मुख्यालय के
अलावा निगम के सभी आठ जोन कार्यालयों में भी लगभग यही स्थिति थी।
डॉक्टर भी कम पहुंचे
मतदान के दूसरे दिन जेएएच, सिविल अस्पताल, जिला अस्पताल में ओपीडी तो खुली थी, कुछ डॉक्टर बैठे थे, लेकिन मरीजों की संख्या पूर्व की अपेक्षा कम थी। जिला अस्पताल में डॉक्टर भी कम दिखाई दिए। जब यहां के स्टाफ से पूछा तो बताया कि चुनाव में ड्यूटी थी, इस वजह से डॉक्टर कम आए हैं।
परिणाम जानने के लिए 9 दिन इंतजार
ग्वालियर संसदीय क्षेत्र का सांसद कौन होगा, यह जानने के लिए मतदाताओं को 9 दिन तक इंतजार करना होगा। 23 मई को सुबह 7 बजे से मतगणना शुरू होगी, इसके बाद परिणाम आएगा। अफसरों का कहना है कि मतगणना के एक घंटे बाद रुझान आना प्रारंभ हो जाएंगे और 11 बजे तक परिणाम आने की संभावना है।