लोकायुक्त डीएसपी धर्मवीर सिंह भदौरिया के अनुसार नपा भिण्ड में अटैच पीएचई विभाग के बाबू सोनपाल सिंह भदौरिया के खिलाफ आय से कई गुना अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी। बुधवार की अलसुबह 6 बजे लोकायुक्त की 35 सदस्यीय टीम ने भदौरिया के शक्तिनगर स्थित आवास पर छापा मारा। इससे पूर्व कि वह कुछ कर पाता टीम ने घर को चारों ओर से घेर लिया। टीम ने शक्तिनगर में स्थित अलग-अलग दो आवासों के अलावा एक अन्य इलाके में स्थित आवास में भी संपत्ति का ब्योरा खंगाला। वहीं पुराने रेलवे स्टेशन के निकट संचालित एक मैरिज गार्डन को भी खंगाला।
लोकायुक्त निरीक्षक कवींद्र सिंह चौहान के अनुसार कार्रवाई में बाबू के पास आवास, बल्कि 25 बीघा जमीन, एक मैरिज गार्डन के अलावा सोने तथा चांदी के लाखों रुपए कीमत के गहने भी पाए गए। टीम द्वारा कुल संपत्ति 1.25 करोड़ रुपए की आंकी गई है। बाबू सोनपाल ङ्क्षसह को शासन की ओर से अभी तक की 39 वर्ष की नौकरी में कुल 36 लाख रुपए पगार के रूप में प्रदान किए गए हैं। ऐसे में शेष धनराशि कहां से आई इसका स्पष्टीकरण बाबू सोनपाल से मांगा गया है।
1981 में लगी थी नौकरी, 1994 में नपा कार्यालय में अटैच
बाबू सोनपाल सिंह भदौरिया जनवरी 1981 में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग में भर्ती हुए थे। 1994 में उन्हें नपा कार्यालय भिण्ड में अटैच कर दिया गया, जहां वह कैशियर के रूप में कार्यरत है। शिकायतकर्ता द्वारा लोकायुक्त को बताया गया था कि उक्त बाबू द्वारा भ्रष्टाचार कर चल-अचल संपत्ति जमा की गई है। दो आवासों में एक पत्नी के नाम है जबकि दूसरा घर एवं एक मैरिज गार्डन खुद के नाम पर मिला है।
7 घंटे चली कार्रवाई के दौरान परिवार के सभी सदस्य रहे निगरानी में
उल्लेखनीय है कि सुबह 6 से दोपहर 1 बजे तक की गई 7 घंटे की कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त टीम ने बाबू सोनपाल सिंह के परिवार के प्रत्येक सदस्य को अपनी निगरानी में रखा। इस दौरान मोबाइल फोन जमा करवा लिए गए थे। छानबीन के दौरान बाबू के घर से नेपाली करंसी के अलावा एक डॉलर भी पाया गया।
ये अधिकारी रहे मौजूद
छापामार कार्रवाई में लोकायुक्त डीएसपी धर्मवीर सिंह भदौरिया के अलावा निरीक्षक राघवेंद्र सिंह तोमर, राघवेंद्र द्यिषिश्वर, कवींद्र सिंह चौहान, आराधना डेविस, रानीलता नामदेव, उपनिरीक्षक सुरेश कुशवाह, सहित 35 सदस्यीय दल मौजूद रहा।
मेरी पैतृक संपत्ति है
पड़ोसी द्वारा मेरे खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत की गई है जबकि मेरे पास जो संपत्ति है वह पैतृक है। जिंदगी में एक घर खरीद पाया हूं।
सोनपाल सिंह भदौरिया, कैशियर नपा भिण्ड