scriptVIDEO : दो करोड़ का आसामी निकला लैंड रिकार्ड का बाबू, जलवे देख उड़ जाएंगे आपके होश | lokayukta police raid at clerk home in gwalior | Patrika News

VIDEO : दो करोड़ का आसामी निकला लैंड रिकार्ड का बाबू, जलवे देख उड़ जाएंगे आपके होश

locationग्वालियरPublished: Aug 02, 2019 09:02:23 pm

Submitted by:

monu sahu

तडक़े पांच बजे संजय भगवानी के तीन आवासों पर छापामारी, विलासिता का जीवन जी रहा था बाबू, आलीशान घर में लगे थे पांच लाख के पर्दे

lokayukta police raid

दो करोड़ का आसामी निकला लैंड रिकार्ड का बाबू, जलवे देख उड़ जाएंगे आपके होश

ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार को भू अभिलेख विभाग के तृतीय श्रेणी कर्मचारी के द्वारकापुरी स्थित निवास सहित उसके तीन ठिकानों पर छापा मारा। जिसमें करीब दो करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ है। छापा मारने गई टीम ने पानी की टंकी में छिपाया हुआ सोना भी जब्त किया है। संजय भगवानी 18 सितंबर 2016 को गांधीनगर स्थित निजी निवास से हुई ढाई करोड़ की चोरी के बाद सुर्खियों में आया था। इस चोरी पर उसने पहले मात्र साढ़े चार लाख की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इसे भी पढ़ें : देश में यहां लगती है महादेव की अदालत, जहां जज बन भोलेनाथ सुनते हैं मामले और सुनाते हैं अपना फैसला

चोर के पकड़े जाने पर उससे डेढ करोड़ रुपए बरामद होने पर जब वह लोकायुक्त पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दे सका कि यह राशि कहां से आई है उसके बाद से ही पुलिस इस मामले की जांच में लगी थी। शुक्रवार तडक़े पांच बजे लोकायुक्त पुलिस ने उसके गांधी नगर स्थित एक निवास पर तथा द्वारकापुरी स्थित दो निवासों पर एक साथ छापा मारा जिसमें कई जमीनों के दस्ताावेज, स्वर्ण व चांदी के आभूषण व नकद राशि मिली है।
इसे भी पढ़ें : 125 साल बाद हरियाली अमावस्या पर बना ऐसा संयोग, इन राशियों की चमकेगी किस्मत

भगवानी के घर में लगे थे पांच लाख के पर्दे और झूमर
लगभग 30 हजार रुपए मासिक वेतन पाने वाला भू-अभिलेख विभाग का तृतीय श्रेणी कर्मचारी संजय भगवानी द्वारिकापुरी के जिस मकान में रहता है, उसमें लगे पर्दों की कीमत ही पांच लाख रुपए बताई गई है,जबकि बाथरूम में स्टीम बाथ सहित घर में विलासिता के सभी साधन मिले हैं। द्वारिकापुरी में जिस मकान में वह रहता है, उसकी कीमत ही एक करोड़ से अधिक बताई गई है। यहां उसने 29 लाख में प्लॉट खरीदा था,जिस पर मकान बनाया है। घर की साज सज्जा में कीमती झूमर व अन्य सामान लगाया गया था। घर की हर दीवार सजी हुई थी। छत पर पानी के शुद्धिकरण के लिए प्लांट भी लगा था।
इसे भी पढ़ें : रजामुराद ने ट्रिपल तलाक पर कही बड़ी बात, भाजपा सरकार को घेरा, दी नसीहत

मीडिया को नहीं जाने दिया
द्वारिकापुरी के जिस मकान में छापामार कार्रवाई की जा रही थी उसमें संजय भगवानी ने मीडिया को नहीं जाने दिया। उसने कार्रवाई के संबंध में कुछ बोलने से भी इंकार कर दिया।
इसे भी पढ़ें : बंगाल की खाड़ी में बन रहा है सिस्टम, बारिश को लेकर मौसम वैज्ञानिक ने कही यह बड़ी बात

टीम आने पर पानी की टंकी में छिपा दिए थे गहने
सुबह तडक़े पांच बजे डीएसपी धर्मवीर सिंह भदौरिया के नेतृत्व में लोकायुक्त पुलिस की टीम संजय भगवानी के निवास 91-द्वारिकापुरी पर पहुंची। घर की घंटी बजाई तो अंदर से कोई जवाब नहीं आया। कई बार घंटी बजाकर उन्हें बताया गया कि लोकायुक्त पुलिस की टीम आई है। लगभग पौन घंटे बाद दरवाजा खोला गया। टीम अंदर दाखिल हुई तो साफ-सुथरे घर में मिट्टी के पैर के निशान देखकर कुछ शंका हुई कि गेट खोलने में जो विलंब किया गया है उसके बीच कुछ हुआ है। टीम पैरों के निशानों के सहारे छत पर पानी की टंकी तक पहुंची और जैसे ही टंकी का ढक्कन खोला तो उसमें ज्वैलरी निकली। टीम के आने पर 7 लाख के जेवर पोटली में बांधकर छिपाए गए थे, उन्हें पुलिस ने टंकी से बरामद कर लिया।
इसे भी पढ़ें : इस युवक ने सरकारी नौकरी पाने का ढूंढा ऐसा तरीका, जिसने भी सुना रह गया हैरान

lokayukta <a  href=
police raid ” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/08/02/2gwl_60_4923875-m.jpg”> बताया आर्टिफिशियल ज्वैलरी, 7 लाख की निकली
द्वारिकापुरी में श्रुति अपार्टमेंट में भगवानी के साले गौरव सचदेव उर्फ प्रदीप सचदेवा के निवास पर इंस्पेक्टर कविन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई की। यहां तथा दूसरे मकान में मिली ज्वैलरी को परिवार वाले आर्टिफिशियल बता रहे थे, लेकिन जब लोकायुक्त पुलिस द्वारा बुलाए गए सुनार ने जांच की तो यह 7 लाख की असली ज्वैलरी निकली।
जिस मकान से हुई थे ढाई करोड़ चोरी वहां कुछ नहीं मिला
इंस्पेक्टर पीके चतुर्वेदी के नेतृत्व में तीसरी टीम गांधीनगर स्थित आवास पर पहुंची। यह भगवानी का पैतृक निवास भी है,लेकिन वह यहां नहीं रहता है। इस घर से ही तीन साल पहले ढाई करोड़ कैश चोरी हुआ था,लेकिन शुक्रवार को यहां पहुंची टीम को कुछ नहीं मिला। घर की तलाशी में सोफा सेट आदि सामान ही मिला। यह मकान बंद रहता था। वैसे भी लोकायुक्त पुलिस द्वारा आय से अधिक संपत्ति की जो जांच की जा रही थी उसके चलते आरोपी के यहां से नकदी मिलने की संभावना कम ही थी। जब भगवानी के आसपास के एक दो लोगों से चर्चा हुई तो उनका कहना था कि इतनी देर से कार्रवाई का क्या फायदा,यह कार्रवाई तो पहले होनी चाहिए थी।
एंबुलेंस के साथ मौजूद रहे डॉक्टर
छापामार कार्रवाई के लिए टीम अपने साथ एंबुलेंस और एक डॉक्टर भी लेकर गई थी। इसके अलावा पुलिस बल भी मौजूद रहा।

जांच की जा रही है
भगवानी के यहां मिली संपत्ति की जांच की जा रही है। इसके बाद ही इस संबंध में कुछ कहा जा सकेगा।
संजीव कुमार सिंहा,एसपी लोकायुक्त ग्वालियर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो