इससे पूर्व भ्रष्टाचार की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर करीब दो माह पूर्व जेयू प्रबंधन से जानकारी मांग चुकी है। लेटर मिलने पर जेयू प्रबंधन ने पीआइयू से जानकारी ले लिए पत्र लिखा था, लेकिन पीआइयू ने जानकारी देने से मना कर दिया।
इसके बाद जेयू प्रबंधन ने लोकायुक्त पुलिस को पत्र लिख कर इसकी जानकारी दी। लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर ने इससे अपने हेड ऑफिस भोपाल मुख्यालय को अवगत कराया। जानकारी न मिलने से खफा लोकायुक्त पुलिस भोपाल के आला अधिकारियों ने जेयू रजिस्ट्रार डॉ.आनंद मिश्रा और पीआइयू को पत्र के माध्यम से भोपाल तलब किया है। पत्र मिलते ही जेयू कुलसचिव ने यंत्री विभाग के साथ अन्य अधिकारियों की बैठक बुलाई, जिसमें जानकारी भेजने के लिए रणनीति बनाई गई।
14 से 23 करोड़ हो गई लागत
मल्टीआर्ट कॉम्प्लेक्स का निर्माण मार्च 2014 में शुरू हुआ था, इसे मार्च 2017 में बनकर तैयार होना था। उस समय इसकी लागत करीब 14 करोड़ रुपए आंकी गई थी, लेकिन पीआइयू तय समय में निर्माण पूरा नहीं कर पाई, जिससे इसकी लागत 9 करोड़ बढ़कर 23 करोड़ पर पहुंच गई। विगत वर्ष पीएम से उद्घाटन कराने के चक्कर में जेयू प्रबंधन और पीआइयू के अधिकारियों के बीच काफी कलह हुई। पीआइयू ने तीन माह में काम पूरा करने का वादा भी किया, लेकिन काम आज तक पूरा नहीं हो पाया है।
इसलिए नहीं हो रहा निर्माण
जेयू प्रबंधन और पीआइयू के बीच 9 करोड़ के भुगतान को लेकर डेढ़ साल से कलह चल रही है। जेयू प्रबंधन का कहना है कि वह बढ़ी हुई रकम क्यों दे, पीआइयू को तय समय में काम पूरा करना चाहिए था। पीआइयू इस मामले में गोल-मोल जवाब देता है। पहले उसने काम बंद कर दिया। वर्तमान में काम इतनी धीमी गति से चलाया जा रहा है कि कॉम्प्लेक्स अगले एक वर्ष में भी पूरा नहीं हो सकेगा।
मल्टीआर्ट कॉम्प्लेक्स से संबंधित जानकारी के लिए लोकायुक्त पुलिस भोपाल ने हमें और पीआइयू दोनों को लेटर जारी किए हैं। हम अपनी जानकारी 18 जुलाई को उपलब्ध करा देंगे।
डॉ.आनंद मिश्रा, कुलसचिव जेयू