एसपी लोकायुक्त अमित सिंह ने महिला बाल विकास भिंड में पदस्थ बाबू ध्रुव सिंह भदौरिया के यहां आय से अधिक संपत्ति होने की पुष्टि होने के बाद विशेष न्यायालय से सर्च वारंट मिलने के बाद डीएसपी धरमवीर सिंह भदौरिया, डीएसपी प्रद्युम्न पाराशर तथा जांच अधिकारी इंस्पेक्टर रानीलता के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन किया।
एक टीम को शताब्दीपुरम स्थित उसके आवास पर तडक़े 5.30 बजे भेजा गया तथा दूसरी टीम जिसमें इंस्पेक्टर आराधना डेविस तथा इंस्पेक्टर राजीव गुप्ता शामिल थे, उन्हें भिंड में गणेश कॉलोनी स्थित यदुनाथ नगर में भेजा गया। टीम भिंड रात में ही पहुंच गई थी। तीसरी टीम को आरक्षित रखा गया था। लोकायुक्त पुलिस अपने साथ स्थानीय पुलिस के साथ एंबुलेंस को लेकर भी गई थी।
भिंड से लाया गया ग्वालियर
टीम को उम्मीद थी की ध्रुव सिंह ग्वालियर में ही अपने घर पर मिलेगा, लेकिन जब सुबह छाप मारा तो वह घर पर नहीं था। इसके बाद ग्वालियर में कार्रवाई शुरू करते हुए भिंड में भी उसी समय कार्रवाई की गई, वहां से ध्रुव सिंह को ग्वालियर स्थित निवास पर लाया गया। इसके बाद यहां संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए।
टीम को उम्मीद थी की ध्रुव सिंह ग्वालियर में ही अपने घर पर मिलेगा, लेकिन जब सुबह छाप मारा तो वह घर पर नहीं था। इसके बाद ग्वालियर में कार्रवाई शुरू करते हुए भिंड में भी उसी समय कार्रवाई की गई, वहां से ध्रुव सिंह को ग्वालियर स्थित निवास पर लाया गया। इसके बाद यहां संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए।
जमीन और मकान ही आय से कई गुना
ध्रुव सिंह को मिले वेतन की गणना के अनुसार उसे 20 लाख रुपए वेतन के रूप में प्राप्त हुए, जबकि उसके ग्वालियर स्थित ड्युप्लेक्स की कीमत ही 50 लाख के करीब होगी। इसके अलावा भिंड में भी एक ड्युप्लेक्स, 4 हैक्टेयर कृषि भूमि व दो प्लॉट की कीमत भी उसकी आय से कई गुना अधिक है।
ध्रुव सिंह को मिले वेतन की गणना के अनुसार उसे 20 लाख रुपए वेतन के रूप में प्राप्त हुए, जबकि उसके ग्वालियर स्थित ड्युप्लेक्स की कीमत ही 50 लाख के करीब होगी। इसके अलावा भिंड में भी एक ड्युप्लेक्स, 4 हैक्टेयर कृषि भूमि व दो प्लॉट की कीमत भी उसकी आय से कई गुना अधिक है।
ध्रुव सिंह बोला-पैतृक संपत्ति है
ध्रुव सिंह का कहना था कि यह उसकी पैतृक संपत्ति है। कुछ संपत्ति उसके पिता ने जमीन बेचकर उसे दी थी। लोकायुक्त पुलिस को इस संबंध में कोई दस्तावेज नहीं मिले हैं।
ध्रुव सिंह का कहना था कि यह उसकी पैतृक संपत्ति है। कुछ संपत्ति उसके पिता ने जमीन बेचकर उसे दी थी। लोकायुक्त पुलिस को इस संबंध में कोई दस्तावेज नहीं मिले हैं।