इसी के चलते जब ट्रेन मैं तैनात ट्रेन गार्डों ने बार-बार हो रही ट्रेन में एसीपी को देख कर कोच की तरफ आगे बढ़ें तो ट्रेन में तैनात जवानों को चीख-पुकार की आवाजें सुनाई दीं तब आरपीएफ के जवानों ने बदमाशों को डराने के लिए हवाई फायरिंग करना शुरू कर दिया। ट्रेन में तैनात गार्डों ने 4 हवाई फायर किए, जिसके बाद लूटपाट की नियत से चढ़े बदमाश ट्रेन से छोडक़र झाडियों में अंधेरे का लाभ लेकर भाग गए।
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घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर अनंत पेट आरपीएफ ग्वालियर को दी गई। वहीं ट्रेन गार्डों ने भी जीआरपी थाना फोन लगाकर ट्रेन में लूटपाट होने की सूचना दी तुरंत ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ जवान चंदन सिंह मौके पर पहुंची और ट्रेन को रवाना किया। इसके बाद डबरा आरपीएफ थाना प्रभारी घटना के 1 घंटे के भीतर घटनास्थल पर पहुंचे और संबंधित अधिकारियों को घटना की सूचना दी।
जिसके बाद ग्वालियर से सहायक कमांडेंट घनश्याम मीणा ग्वालियर थाना प्रभारी आनंद पांडे दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और सभी क्षेत्र में बदमाशों की तलाश शुरू की वहीं सिविल पुलिस पीसीआर एवं हंड्रेड डायल को भी सूचना दी गई पर बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए थे। पुलिस के हाथ कोई भी लूटपाट करने वाला हाथ नहीं लगा है। अब पुलिस आसपास के क्षेत्रों में सर्च कर रही है। झांसी से आगरा के बीच में ट्रेनों के बीच जमकर लूट की घटनाऐं हो रही हैं। जिसका मुख्य कारण आपीएफ और जीआरपी का सही तरीके से पेट्रोलिंग न करना है। वहीं कई मामलों में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाया गया है।