लेकिन इसके एवज में जीएसटी, इंश्योरेंस, टैक्स, कंपनी का प्रोमोशन के लिए थोडा पैसा खर्च करना पडेगा। इसका खर्च करीब साढ़े चार लाख आएगा। जो कार ठग ने इनाम में मिलना बताई थी उसकी कीमत करीब १३ लाख से ज्यादा थी। ठगों ने 31 अक्टूबर को ग्वालियर में एक इवेंट में कार गिफ्ट करने का वादा किया।
लेकिन शर्त रखी कि इससे पहले खर्च का पैसा जमा कराना होगा। इसलिए जफरीन और उसका परिवार लालच में आ गया और करीब 4.39 लाख रुपया ठगों के बताए एकाउंट में भेज दिया। फिर कुछ दिन इस इंतजार में रहे कि कंपनी कार देगी।
जो तारीख ठगों ने बताई थी उस पर न तो कॉल आया न ही कार मिली तो शक हुआ। जिस नंबर से ठग फोन करते थे उस पर कॉल किया तो मोबाइल नंबर भी बंद मिला। ठगे जाने का एहसास होने पर क्राइम ब्रांच से शिकायत की। बुधवार को जफरीन की शिकायत पर ठगों पर केस दर्ज किया।