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ग्वालियर

ग्वालियर छात्रो ने जाना अंतरिक्ष के बारे मे

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5 years ago
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ग्वालियर षहर की इंजीनियरिंग संस्था माधव इंस्टीटयूट टैक्नोलोजी एन्ड साईस मे लगाई इन्डियन स्पैस रिसर्च ओरगेनाईजैषन इसरो ने प्रदर्षनी । प्रदर्षनी मे स्पैस मे जाने के लिये किस तरह का परिधान पहना जाता है स्पैस षटल के कई तरह के माॅडल प्रदर्षित किये गये किस तरह से कक्षा मे प्रवेष करता है आकाष मे जाते समय कितने भागो मे बंटता है अंतरिक्ष की कक्षा मे पहुचने के बाद किस तरह से सतह पर ठहरता है । बच्चो ने जाना अंतरिक्ष क्या है सजीव माॅडल देखकर बच्चो मे अलग ही उत्साह देखने को मिला । इसरो से सांइटिस्ट भी आये जिनका की षहर की कई संस्थाओ ने सम्मान भी किया एम आई टी एस काॅलेज के डायरेक्टर रमेष अग्रवाल ने बताया इस तरह की प्रदर्षनी संस्थान मे लगने से संस्था बहुत गौरवान्वित हुई और उन्होने इसरो का आभार प्रकट किया । सुवह से ही अलग अलग विद्यालयो से छात्रो का तांता लगा रहा ।

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ग्वालियर षहर की इंजीनियरिंग संस्था माधव इंस्टीटयूट टैक्नोलोजी एन्ड साईस मे लगाई इन्डियन स्पैस रिसर्च ओरगेनाईजैषन इसरो ने प्रदर्षनी । प्रदर्षनी मे स्पैस मे जाने के लिये किस तरह का परिधान पहना जाता है स्पैस षटल के कई तरह के माॅडल प्रदर्षित किये गये किस तरह से कक्षा मे प्रवेष करता है आकाष मे जाते समय कितने भागो मे बंटता है अंतरिक्ष की कक्षा मे पहुचने के बाद किस तरह से सतह पर ठहरता है । बच्चो ने जाना अंतरिक्ष क्या है सजीव माॅडल देखकर बच्चो मे अलग ही उत्साह देखने को मिला । इसरो से सांइटिस्ट भी आये जिनका की षहर की कई संस्थाओ ने सम्मान भी किया एम आई टी एस काॅलेज के डायरेक्टर रमेष अग्रवाल ने बताया इस तरह की प्रदर्षनी संस्थान मे लगने से संस्था बहुत गौरवान्वित हुई और उन्होने इसरो का आभार प्रकट किया । सुवह से ही अलग अलग विद्यालयो से छात्रो का तांता लगा रहा ।

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ग्वालियर षहर की इंजीनियरिंग संस्था माधव इंस्टीटयूट टैक्नोलोजी एन्ड साईस मे लगाई इन्डियन स्पैस रिसर्च ओरगेनाईजैषन इसरो ने प्रदर्षनी । प्रदर्षनी मे स्पैस मे जाने के लिये किस तरह का परिधान पहना जाता है स्पैस षटल के कई तरह के माॅडल प्रदर्षित किये गये किस तरह से कक्षा मे प्रवेष करता है आकाष मे जाते समय कितने भागो मे बंटता है अंतरिक्ष की कक्षा मे पहुचने के बाद किस तरह से सतह पर ठहरता है । बच्चो ने जाना अंतरिक्ष क्या है सजीव माॅडल देखकर बच्चो मे अलग ही उत्साह देखने को मिला । इसरो से सांइटिस्ट भी आये जिनका की षहर की कई संस्थाओ ने सम्मान भी किया एम आई टी एस काॅलेज के डायरेक्टर रमेष अग्रवाल ने बताया इस तरह की प्रदर्षनी संस्थान मे लगने से संस्था बहुत गौरवान्वित हुई और उन्होने इसरो का आभार प्रकट किया । सुवह से ही अलग अलग विद्यालयो से छात्रो का तांता लगा रहा ।

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ग्वालियर षहर की इंजीनियरिंग संस्था माधव इंस्टीटयूट टैक्नोलोजी एन्ड साईस मे लगाई इन्डियन स्पैस रिसर्च ओरगेनाईजैषन इसरो ने प्रदर्षनी । प्रदर्षनी मे स्पैस मे जाने के लिये किस तरह का परिधान पहना जाता है स्पैस षटल के कई तरह के माॅडल प्रदर्षित किये गये किस तरह से कक्षा मे प्रवेष करता है आकाष मे जाते समय कितने भागो मे बंटता है अंतरिक्ष की कक्षा मे पहुचने के बाद किस तरह से सतह पर ठहरता है । बच्चो ने जाना अंतरिक्ष क्या है सजीव माॅडल देखकर बच्चो मे अलग ही उत्साह देखने को मिला । इसरो से सांइटिस्ट भी आये जिनका की षहर की कई संस्थाओ ने सम्मान भी किया एम आई टी एस काॅलेज के डायरेक्टर रमेष अग्रवाल ने बताया इस तरह की प्रदर्षनी संस्थान मे लगने से संस्था बहुत गौरवान्वित हुई और उन्होने इसरो का आभार प्रकट किया । सुवह से ही अलग अलग विद्यालयो से छात्रो का तांता लगा रहा ।

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ग्वालियर षहर की इंजीनियरिंग संस्था माधव इंस्टीटयूट टैक्नोलोजी एन्ड साईस मे लगाई इन्डियन स्पैस रिसर्च ओरगेनाईजैषन इसरो ने प्रदर्षनी । प्रदर्षनी मे स्पैस मे जाने के लिये किस तरह का परिधान पहना जाता है स्पैस षटल के कई तरह के माॅडल प्रदर्षित किये गये किस तरह से कक्षा मे प्रवेष करता है आकाष मे जाते समय कितने भागो मे बंटता है अंतरिक्ष की कक्षा मे पहुचने के बाद किस तरह से सतह पर ठहरता है । बच्चो ने जाना अंतरिक्ष क्या है सजीव माॅडल देखकर बच्चो मे अलग ही उत्साह देखने को मिला । इसरो से सांइटिस्ट भी आये जिनका की षहर की कई संस्थाओ ने सम्मान भी किया एम आई टी एस काॅलेज के डायरेक्टर रमेष अग्रवाल ने बताया इस तरह की प्रदर्षनी संस्थान मे लगने से संस्था बहुत गौरवान्वित हुई और उन्होने इसरो का आभार प्रकट किया । सुवह से ही अलग अलग विद्यालयो से छात्रो का तांता लगा रहा ।

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