पैरेंट्स को किया मोटिवेट, तब बच्चों ने सीखा डांस
विक्रम को बचपन से डांस में कॅरियर बनाना था, लेकिन फैमिली मेंबर्स ने एलाऊ नहीं किया। वे बोलते कॉम्पीटिशन की तैयारी कर अधिकारी बनो। उन्होंने नगर निगम की नौकरी के दौरान कई बच्चों पर पैरेंट्स का प्रेशर देखा, जो बच्चों को जबरदस्ती डांस से दूर करना चाहते थे। उन्होंने सोचा कि मैं अब पैरेंट्स को डांस के प्रति मोटिवेट करूंगा और इन बच्चों को स्टेज तक पहुंचाऊंगा। उनसे सीखने वाले बच्चे रियलिटी शो तक पहुंचने के साथ ही खुद की डांस क्लास भी चला रहे हैं, जिन पर उनके पैरेंट्स को अब गर्व होता है।
कॉम्पीटिशन की ड्रेस खरीदने के लिए सिखाते थे डांस
स्कूल टाइम में विक्रम जॉब डांस सीखने की बात करते थे, तो पापा मना करते थे। इस पर वे चोरी छिपे सीखते। जब कहीं कॉम्पीटिशन में पार्टिसिपेट करने जाते, तो ड्रेस खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे। इस पर वह अपने से अधिक उम्र के लोगों को डांस सिखाते। उससे इक_ा पैसों से वह कॉम्पीटिशन में पार्टिसिपेट करते थे।
शहर के 22 युवाओं को दिलाया रोल, हैदराबाद में हुआ शूट
सन् 2009 में ग्वालियर चम्बल पर एक वीडियो एलबम तैयार हुआ था, जिसका नाम ‘चम्बल के ठुमकेÓ था। इसे मैंने लीड किया था। यह संभाग का पहला वीडियो एलबम था। लास्ट ईयर तेलगू फिल्म में डांस कोरियोग्राफर का मौका मिला। इसमें लगभग 22 युवाओं की टीम ग्वालियर से हैदराबाद गई, जहां शूट हुआ।
डिसेबल्ड बच्चों को दी योग थेरेपी
विक्रम सुबह 4 बजे उठते हैं और रात में 12 बजे सोते हैं। वह बच्चों, युवाओं एवं वुमंस को डांस, योगा और फिटनेस क्लास देते हैं। विक्रम तिवारी ने लॉकडाउन पीरियड में डिसेबल्ड बच्चों को योग थेरेपी दी, जिससे उनमें काफी फर्क देखने को मिला। विक्रम के कई एचीवमेंट्स हैं, जिसमें उन्होंने ग्वालियर का नाम रोशन किया है।
विक्रम तिवारी, डांस कोरियोग्राफर, फिटनेस एंड योग इंस्ट्रक्टर