बहरहाल स्वच्छता सर्वे 2018 के प्रथम चरण में ग्वालियर अब्बल रहा है। वहीं ओडीएफ का रिन्युवल जल्द ही आने से निगम का दावा स्वच्छता सर्वे में मजबूत होगा। अब केवल और केवल अगले 15 दिनों में आने वाली स्वच्छता सर्वे का क्रॉस ऑडिट करने क्यूसीआई की टीम शहर आने वाली है। अगर लोगों ने टीम के सामने शहर की सफाई व्यवस्था की तारीफ की तो शहर का नाम देश के टॉप 30 शहरों में शामिल हो सकता है।
अगर लोगों ने निगम की सेवाओं के खिलाफ शिकायतें की तो देश के टॉप 100 शहरों में भी शहर का नाम नहीं आएगा। बहरहाल इस दौरान निगम ने लोगों से शहर को नंबर वन बनाने की अपील की है। वहीं इससे अधिक जरूरी है कि निगम खुद की सेवाओं में सख्ती लाते हुए कचरा समय पर साफ करें और कचरा उठवाए तो लोगों का विश्वास जीता जा सकता है।
अभी बाकी है असल परीक्षा
स्वच्छता सर्वे में स्कूल कॉलेज के छात्रों से बल्क में स्वच्छता एप डाउन लोड कराने के लिए निगम के अफसर और ब्रांड एंबेसडर पवन दीक्षित और ग्रीस शर्मा, भूपेंद्रजैन और एमएल दौलतानी के साथ निगम की कंप्यूटर शाखा और जेडो ने शिकायतों के निराकरण के लिए काम किया। लेकिन इनकी असल परीक्षा क्यूसीआई टीम के आने वाले बाद शुरू होगी।
देश के टॉप पांच शहर
रैंक शहर कुल अंक
1 ग्वालियर 127937
2 कानपुर 110407
3 विजयवाड़ा 90672
4 दक्षिण दिल्ली 86684
5 राजकोट 82255
हम कर रहे पूरी तैयारी
“निगम का अमला पूरी तरह से अलर्ट है। लोगों की सफाई संबंधी शिकायतों का तत्काल निराकरण करने के प्रयास हो रहे हैं। लापरवाह लोगों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ एक्शन हो रहा है।”
विनोद शर्मा, आयुक्त नगर निगम।
लोग जागरुक
“शहर के लोग सफाई के प्रति जागरुक हो रहे हैं। उन्होंने स्वच्छता एप डाउनलोड और फीडबैक में निगम को नंबर वन पर पहुंचाया है तो सफाई में भी वह शहर का साथ देंगे। इसके लिए हम लगातार जागरुकता अभियान भी चला रहे हैं।”
विवेक शेजवलकर, महापौर