केस-1… पिछोर की नागेश्वर उचित मूल्य की दुकान से 22 लाख 92 हजार का राशन मार्केट में बेच दिया। इसका भंडारण कम नहीं होने पर पकड़ा गया। केस-2 … हरसी स्थित उचित मूल्य की दुकान ने 13 लाख 99 हजार रुपये का राशन बेच दिया। इसकी गड़बड़ी पकडऩे जाने पर एफआइआर दर्ज की गई है।
– शासन से खाद्यान पहुंचने के बाद ये हितग्राही को नहीं देते हैं। इसे बाजार में बेच देते हैं। सर्वर पर उपलब्धता लगातार दिखती रहती है, जिससे इन पर शक नहीं होता है, दूसरे महीने विक्रय नहीं दिखता है तो दुकान पर गड़बड़ी दिखती है।
– मस्तूरा की दुकान पर इसी तरह से गड़बड़ी पकड़ी गई है। क्योंकि यहां खाद्यान कम नहीं हो रहा था।
मस्तूरा की उचित मूल्य की दुकान पर गड़बड़ी पकड़ी है। इसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पोर्टल पर राशन की मात्रा कम नहीं होती है तो दुकान को चैक करते हैं, उसके बाद गड़बड़ी पकड़ में आ जाती है।
भीम ङ्क्षसह तोमर, जिला आपूर्ति अधिकारी
जिले में पर्ची धारी 2.60 लाख मेंबर
10 लाख एक सदस्य को हर महीने 5 किलो राशन
पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाना जरूरी