महाशिवरात्रि पर बन रहा है यह विशेष शुभ योग,भगवान शिव को ऐसे करें प्रसन्न
महाशिवरात्रि पर बन रहा है यह विशेष शुभ योग,भगवान शिव को ऐसे करें प्रसन्न

ग्वालियर। शिव के भक्तों का सबसे बड़ा त्योहार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि है जो इस साल 4 मार्च को है। इस दिन माता पार्वती तथा भगवान शिव का विवाह हुआ था। खास बात यह है कि साल इस पर्व के दिन कई शुभ योग एक साथ पड़ रहे हैं। यह पर्व इस साल श्रवण नक्षत्र तथा सोमवार को है जो कि बहुत ही शुभ संयोग है। इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। पंडित उमाशंकर शर्मा व पंडित सतीश सोनी ने महाशिवरात्री से जुड़ी विशेष बातें पत्रिका को बताई। साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे भगवान शिवशंकर को प्रसन्न किया जा सकता है।
श्रवण का स्वामी है चंद्रमाश
पंडित सतीश सोनी ने बताया कि श्रवण का स्वामी चंद्रमा होता है। इस बार महाशिवरात्रि पर सर्वार्थसिद्धि योग भी है। चंद्रमा भगवान शिव के मस्तक पर सुशोभित होते हैं और इस दिन सोमवार भी है। इस प्रकार यह तीन महासंयोग अद्भुत है जो कि बहुत ही मुश्किल से मिलता है। इस प्रकार इस वर्ष बाद यह महापर्व पड़ रहा है जो कि बहुत ही शुभकारी और मंगलकारी है। पंडित उमाशंकर शर्मा ने बताया कि इस दिन जब से शिवरात्रि आरम्भ होती है और समाप्त होने तक दिन रात भक्त भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं। यह बात वैदिक और पौराणिक है। शिवरात्रि को भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान हमारी मनोकामना पूरी करते हैं।
ऐसे करें रुद्राभिषेक
- गाय के दुग्ध से रुद्राभिषेक करने से संपन्नता आती है तथा मन में की गई मनोकामना पूर्ण होती है।
- जो लोग रोग से पीडि़त हैं तथा प्राय:अस्वस्थ रहते हैं या किसी गंभीर महा बीमारी से परेशान हैं उनको कुशोदक से रुद्राभिषेक करना चाहिए। कुश को पीसकर गंगा जल में मिला लीजिए फिर भगवान शिव का नियम तथा श्रद्धा पूर्वक रुद्राभिषेक करें।
- धन प्राप्ति के लिए देसी घी से रुद्राभिषेक करें।
- निर्विध्न रूप से किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए तीर्थ स्थान के नदियों के जल से रुद्राभिषेक करें। इससे भक्ति भी प्राप्त होती है।
- गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करने से कार्य बाधाएं समाप्त होती हैं तथा वैभव और सम्पन्नता में वृद्धि होती है।
- शहद से रुद्राभिषेक करने से जीवन के दुख समाप्त होते हैं तथा खुशियां आती हैं।
- किसी शिव मंदिर में शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करें या घर पर ही पार्थिव का शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक करें।
करें महामृत्युंजय मंत्र का जप
इस दिन महामृत्युंजय मंत्र के जप से रोगों से मुक्ति मिलती है तथा व्यक्ति दीर्घायु होता है। गंभीर रोग से पीडि़त लोग निश्चित संख्या मवन शिवमंदिर में महामृत्युंजय मंत्र का अनुष्ठान बैठाएं।
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