उन्होंने कहा कि हमें काले कानून को वापस करवाना है, सरकार जब तक कानून वापस नहीं लेती तब तक हम चेन से नहीं बैठेंगे। हमें गुलामी की जिंदगी नहीं जीना है। हम अपने आने वाले बच्चों के हक के लिए लड़ रहे हैं हमें किसी भी परिस्थिति में झुकना नहीं है। मंच से जादौन ने क्षेत्र के किसानों से अपने हक के लिए एकजुट होकर आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के लिए पलवल बॉर्डर पहुंचने का आह्वान किया।
26 जनवरी की घटना के संबंध में उन्होंने कहा कि यह सरकार की साजिश है हमें फंसाने के लिए, हमारे किसान उनके द्वारा लगाए गए बेरीकेड्स से रास्ता भटक गए थे। इसी दौरान संत बाबा मोहनङ्क्षसह कारसेवा हुजूर साहिब वाले ने भी किसानों से एकजुट होकर अपने हक के लिए लडऩे की अपील की और कहा कि लंगर में कमी नहीं आएगी हमारी ओर से सेवा जारी रहेगी। बलजिंदर सिंह किसान आंदोलन कमेटी गाजीपुर बार्डर ने भी महापंचायत को संबोधित किया। महापंचायत में क्षेत्र के अनेक किसानों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे।
6 फरवरी को किया जाएगा चक्काजाम
किसान कोर कमेटी के सदस्य राज रावत ने बताया कि महापंचायत में यह निर्णय हुआ है कि 5 फरवरी को 200 ट्रैक्टर औैर 100 चार पहिया वाहन से करीब दो हजार किसान दिल्ली जाएंगे। 6 फरवरी को नेशनल हाइवे ग्वालियर-झांसी एनएच 75 पर सिमरिया टेकरी के पास चक्काजाम किया जाएगा।