scriptसात शैली में बना है ग्वालियर का हृदय स्थल महाराज बाड़ा | Maharaj Bada, the heart of Gwalior, is built in seven styles | Patrika News

सात शैली में बना है ग्वालियर का हृदय स्थल महाराज बाड़ा

locationग्वालियरPublished: Sep 18, 2021 09:45:49 am

Submitted by:

Mahesh Gupta

स्मार्ट सिटी की फसाड लाइट से हो रहा रोशन

सात शैली में बना है ग्वालियर का हृदय स्थल महाराज बाड़ा

सात शैली में बना है ग्वालियर का हृदय स्थल महाराज बाड़ा

ग्वालियर.

शहर के बीचोबीच बने महाराज बाड़े को ग्वालियर का हृदय स्थल भी कहा जाता है। यह यूरोप को रिप्रजेंट करता स्क्वायर है। यहां सात अलग-अलग शैली में बनी इमारतें इतिहास की गाथा गाती है। ये इमारतें ब्रिटिश, रोमन, फ्रंच, साउदी अरब, पर्शियन, इटैलियन आदि शैलियों में बनी है। वर्तमान में इन्हें और आकर्षक बनाने के लिए स्मार्ट सिटी ग्वालियर काम कर रहा है। इन इमारतों में फसाड लाइटिंग लगाई जा रही है, जो इनकी खूबसूरती में चार चांद लगा रही है।
विदेशों में सम्पन्नता की निशानी थे ये चौक
19वीं सदी की इन इमारतों को महाराजा जयाजी राव सिंधिया और उनके बेटे माधौ राव सिंधिया ने बनवाया था। इतिहासकारों के अनुसार जयाजीराव सिंधिया का व्यापार के सिलसिले में कई देशों में जाना होता था। वहां उन्होंने चौक देखे, जो सम्पन्नता की निशानी थे। ऐसा ही चौक उन्होंने महाराज बाड़ा के रूप में तैयार कराया, जिससे अन्य देशों के लोग अट्रैक्ट हो सकें। इसकी सुंदरता को देख यह हृदय स्थल कहा जाने लगा।
सात साल में तैयार हुआ था चौक
महाराज बाड़ा को जयाजी चौक भी कहा जाता है। इन इमारतों को बनाने के लिए बाहर से कारीगर बुलाए गए थे। इतिहासकारों के अनुसार इस चौक को तैयार करने में सात साल का समय लगा था। तत्कालीन महाराज खुद इन इमारतों का निरीक्षण करते थे।
इमारतें और सात शैलियां

विक्टोरिया मार्केट- ब्रिटिश आर्किटेक्ट
गोरखी प्रवेश द्वार- राजपूत और मराठी शैली
डाक घर- इटैलियन आर्किटेक्ट
एसबीआई बैंक- रोमन शैली
एसबीआई एवं एपेक्स बैंक- फ्रंच शैली
टाउन हॉल- साउदी अरब शैली
मुद्रणालय बिल्डिंग- पर्शियन शैली
रात में भी नजर आएंगी विभिन्न शैली में बनीं इमारतें
ग्वालियर का हृदय स्थल महाराज बाड़ा है। यहां सात इमारतें अलग-अलग शैलियों में हैं। बहुत सा इतिहास छिपाए महाराज बाड़े की इमारतों को और भी खूबसूरत बनाने का काम फसाड लाइटिंग के माध्यम से स्मार्ट सिटी कर रही है। अब रात के समय भी यहां लोग इन इमारतों की शैली को देख सकेंगे।
जयति सिंह, सीईओ, स्मार्ट सिटी
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