एमएसएमइ मंत्री सकलेचा ने उद्योगपतियों से सुझाव मांगे और एक-एक सुझाव पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए कहा कि महिला उद्यमियों के लिए अगर प्रस्ताव आएगा तो रेडीमेड पार्क में अथवा उसके नजदीक हम स्थान उपलब्ध करा सकते हैं। बंद पड़ी जेसी मिल की जमीन से कुछ जमीन औद्योगिक क्षेत्र के लिए विकसित होगी, साडा क्षेत्र से भी कुछ जमीन निकालकर औद्योगिक क्षेत्र बनाया जायेगा। सरसों, फर्नीचर, कन्फेशनरी क्लस्टर के लिए अभूतपूर्व संभावनाएं हैं। हम सबको मिलकर इस दिशा में कार्य करना चाहिए। उन्होंंने आगे कहा कि कौन उद्यमी क्या काम कर सकता है, इसके लिए वह शासकीय योजनाओं और वित्त की योजनाओं को लेकर वेबिनार में शामिल हों और उसकी नॉलेज प्राप्त करें। इस मौके पर कैट मध्यप्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन, पारस जैन, दीपक पमनानी, रवि गुप्ता, मुकेश जैन, अलका श्रीवास्तव, साधना शांडिल्य, मुकेश अग्रवाल, मनोज चौरसिया, राजकुमार कुकरेजा, डॉ.प्रकाश अग्रवाल, महेन्द्र साहू, दिलीप पंजवानी, सुरेश बंसल, जगदीश मित्तल, महेश मुद्गल, संजय कट्ठल आदि मौजूद थे।