कविनगर, महाराजपुरा निवासी पवन शर्मा ने बताया उन्होंने जर्मन शेफर्ड ब्रीड का श्वान रॉकी पाल रखा है। सुबह उसे घर के बाहर बांध देते हैं। गुरुवार सुबह पड़ोसी रवि मावई लाठी लेकर आया। रॉकी दरवाजे पर चेन से बंधा बैठा था, रवि ने लंबी लाठी से उस पर हमला कर दिया। अचानक पिटाई से रॉकी संभल नहीं पाया, चेन बंधी थी इसलिए उसे भागने का मौका भी नहीं मिला। रवि ने उस पर दनादन लाठियां मारीं। करीब सात आठ वार उसके पैर और मुंह पर किए। इससे रॉकी के पिछले पैर की हड्डी भी टूट गई। उसकी चीखें सुनी तो समझ में नहीं आया कि क्या हुआ बाहर आकर देखा तो रवि मावई लाठी लेकर गरियाता हुआ चला जा रहा था। उसे रोका तो रवि धमकी देने लगा बोला कि अभी तुम्हारे पालतू जानवर की हालत खराब की है अब तुम्हारी बारी है, इसी तरह तुम्हारी भी हड्डी तोडी जाएंगी। महाराजपुरा टीआइ आसिफ मिर्जा बेग ने बताया कि पवन शर्मा के घर पर सीसीटीवी लगे हैं, उसमें रवि उनके पालतू श्वान पर बुरी तरह हमला करता हुआ दिख रहा है। उस पर केस दर्ज किया है। रवि को तलाशा तो घर से गायब हो गया था।
आवारा श्वान को पकड़वाने पर हंगामा, महिलाओं से मारपीट, राजीनामा
दानाओली में गुरुवार को आवारा श्वान को पकड़वाने को लेकर विवाद हो गया। नेहा निवासी दानाओली ने पुलिस को बताया कि गली में श्वान ने पिल्लों को जन्म दिया था इसमें तीन पिल्ले मर चुके हैं अब तीन बाकी हैं। उन्हें गली निवासी दुर्गेश पकड़वाना चाहते थे। इसलिए गुरुवार को उन्होंने नगर निगम की गाड़ी बुलवाई। उन्होंने इसका विरोध किया क्योंकि पिल्ले छोटे हैं।
वह खुद उन्हें खाना पीना देती हैं यहां तक साफ सफाई करती हैं। कोशिश करती है कि उनकी वजह मोहल्ले वालों को परेशानी नहीं हो। उसके बावजूद दुर्गेश ने श्वानों को पकड़वाने की कोशिश की। उन्होंने विरोध किया तो दुर्गेश ने उनसे मारपीट की, उनका मोबाइल फोन छीन लिया। उसे बबिता और अन्य महिलाओं ने रोकना चाहा तो उनके साथ भी अभद्रता की। विवाद बढऩे पर महिलाअंों ने डायल 100 को बुला लिया। लेकिन थाने पहुंचकर मामला थम गया। कुछ देर वहां बहस के बाद दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया।