जानकारी के मुताबिक भौती निवासी राजेन्द्र (48) पुत्र ब्रजनंदन दुबे सोमवार की अलसुबह 5 बजे कस्बे में रोड किनारे स्थित एक पानी की टंकी के ऊपर चढ़ गया। कुछ देर तक तो किसी को कुछ पता नहीं चला, लेकिन सुबह 7 बजे लोगों ने उसे टंकी के ऊपर देखा तो धीरे-धीरे लोगों की भीड़ एकत्रित होने लगी। साथ ही परिजन, पुलिस व प्रशासन के लोग भी घटनास्थल पर पहुंच गए। राजेन्द्र का यह भी आरोप था कि ऐसे हालात मेरे साथ ही नहीं, बल्कि हर आदमी के साथ है। किसी भी कार्यालय में जाओ, लेकिन बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता।
इधर मौके पर पहुंचे एसडीएम उदय सिंह सिकरवार, एसडीओपी देवेन्द्र सिंह कुशवाह, तहसीलदार चौरसिया व थाना प्रभारी अशोक बाबू शर्मा व परिजनों ने राजेन्द्र को काफी समझाया, लेकिन राजेन्द्र ने किसी की बात नहीं सुनी। युवक जिद कर रहा था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को यहां बुलाया जाए, वह अपनी परेशानी उनको ही बताएगा। हालांकि बाद में वह समझाइश के बाद नीचे आ गया। इधर प्रशासन के अधिकारियों ने भी जमीन के कागजों में उसके पिता का नाम जहां गलत लिखा था उसे सही कर दिया।
11 घंटे चलता रहा नाटकीय घटनाक्रम
यहां बता दें कि राजेन्द्र सुबह 5 बजे टंकी पर चढ़ गया था और बाद में शाम करीब 4 बजे नीचे उतरा। उसे उतारने में खोड़ चौकी प्रभारी संतोष भार्गव, भौंती सरपंच रामेन्द्र छिरौल्या का मुख्य योगदान रहा। सुबह से लेकर शाम तक युवक प्रशासन व पुलिस के कई अधिकारियों को गाली देता रहा और पूरे प्रशासनिक सिस्टम को भ्रष्ट बताते हुए कोसता रहा। घटनाक्रम को देखने के लिए धीरे-धीरे मौके पर करीब दो हजार लोग एकत्रित हो गए। राजेन्द्र अपने साथ टंकी पर एक पानी की बोतल भरकर ले गया था और जब बोतल खाली हो जाती थी तो कोई न कोई उसकी खाली बोतल में पानी दे आता था।
घर में भतीजी की शादी की तैयारियां
राजेंद्र के बड़े भाई महेश की बेटी की 11 दिसंबर को गंज बासौदा से शादी हो रही है तथा उसके परिवार में शादी की तैयारियां चल रही थीं। इसी बीच राजेंद्र के टंकी पर चढ़ जाने से पूरा परिवार भी चिंतित हो गया कि कहीं उसने कोई आत्मघाती कदम उठा लिया तो सारी तैयारियां धरी रह जाएंगी। शाम को जब वो टंकी से नीचे उतर आया, तब कहीं जाकर परिजनों ने राहत की सांस ली।
कूदने के डर से चारों तरफ लगाया जाल
जब युवक 11 बजे तक नीचे नहीं उतरा और जैसे ही उसे उतारने के लिए कोई टंकी पर चढ़ता था तो राजेन्द्र नीचे कूदने का प्रयास करने लगता था। इसी कारण से कोई ऊपर नहीं जा पाता था। इसी बीच शिवपुरी से एक पुलिस टीम जाल लेकर मौके पर पहुंची और चारों तरफ जाल लगाकर सुरक्षा के इंतजाम किए गए, जिससे अगर राजेन्द्र नीचे कूदता है तो उसको बचाया जा सके।
&हमारे पास वह कभी कोई समस्या लेकर नहीं आया। दो बार आए थे तो बोले कि हर विभाग में भ्रष्टाचार हो रहा है। इस पर मैंने बोला था कि आपकी कोई दिक्कत हो तो बताओ। पहले वह भाजपा शासनकाल में भौंती में मुख्यमंत्री को बुलाना चाहते थे, अब वर्तमान मुख्यमंत्री को बुलाने की जिद पर अड़े थे। अगर जमीन के कागजों में कोई परेशानी थी तो हमको एक आवेदन तो देना चाहिए था। फिलहाल उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उदय सिंह सिकरवार,एसडीएम, पिछोर
जमीन के कागजों में पिता के नाम में कोई गलती हो गई थी। ऐसा बताया जा रहा है कि वह नशा करता है, इसी फेर में किसी ने राजेन्द्र को जबरन टंकी पर चढऩे की सलाह दे दी होगी। बाकी बाद में वह नीचे आ गए थे, इसलिए फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
अशोक बाबू शर्मा, थाना प्रभारी भौंती, शिवपुरी