जानकारी के मुताबिक पाटखेड़ा में सेवानिवृत शिक्षक जुगलकिशोर पांडेय का फार्म हाउस है। जुगलकिशोर अपनी पत्नी व बेटे प्रभाकर(25) के साथ फार्म हाउस पर ही निवास करते है। शनिवार की सुबह करीब 11 बजे अपने ही घर में प्रभाकर ने कट्टे से खुद के सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जैसे ही कट्टे से फायर होने की आवाज प्रभाकर के माता-पिता ने सुनी तो तुरंत कमरे में आए, जहां उनका बेटा मृत पड़ा था। बाद में मामले की सूचना सुरवाया पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी राघवेन्द्र यादव ने मृतक के शव का पीएम कराते हुए कट्टे व राउंड को जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
एक साल से चल रहा था डिप्रेशन का इलाज
प्रभाकर के पिता जुगलकिशोर ने बताया कि उनका बेटा प्रभाकर कई सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, उसमें कई बार परीक्षाएं दीं लेकिन उसका सिलेक्शन नहीं हो पाया। इसके बाद से वह डिप्रेशन में चला गया और करीब एक साल से उसका ग्वालियर के डॉक्टर का इलाज चल रहा था। डॉक्टर ने कहा था कि प्रभाकर को अकेला नहीं छोडऩा, इसलिए वह उसका हमेशा ध्यान रखते थे, लेकिन शनिवार को वह अपने कमरे में न जाने कहां से कट्टा लेकर आ गया और यह दुखद कदम उठा लिया, उनको पता तक नहीं चला।