पुलिस के मुताबिक रमटापुरा निवासी जितेन्द्र कुष्ठा (28) पुत्र बालकिशन की मौत हो गई। जितेन्द्र सेवा नगर में सब्जी का ठेला लगाता था। रक्षाबंधन पर झांसी से उसकी बहन और जीजा किशनलाल घर आए हुए थे। जीजा ने तिघरा घूमने की इच्छा जताई तो जितेन्द्र जीजा और उनके परिवार के साथ दोपहर को 12.30 बजे तिघर के लिए निकल गए। करीब एक घंटे बाद 1.30 बजे तिघरा पहुंच गए। तिघरा पर पुल के पास बैठे जीजा और बहन खाना बनाने लगे। जितेन्द्र बोला बच्चों को नहलाकर लाता है। कुछ देर बच्चों को नहलाकर उनके पास छोड़ गया। इसके बाद खुद नहाने चला गया लेकिन नहाते वक्त वह पानी की गहराई में चला गया और डूबने लगा। मदद के लिए चिल्लाया तो कुछ लोग पानी में कूदे। उसे निकालकर बाहर लाए। जब तक जितेन्द्र की मौत हो चुकी थी।
किशनलाल ने बताया कि वह नहाने के लिए कब चला गया, उन्हें पता नहीं चला। करीब आधा घंटे तक दिखाई नहीं दिया तो पुल के नीचे तरफ वह देखने पहुंचे। देखा कि वहां भीड़ लगी हुई है। नजदीक गए तो जितेन्द्र का शव था तब पता चला कि वह डूब गया।
पिता-भाई की मौत हो चुकी है मौत
जितेन्द्र के पिता बालकिशन और बड़े भाई की मौत हो चुकी है। घर में मां के अलावा छोटा भाई है। घर की जिम्मेदारी जितेन्द्र पर ही थी। सब्जी का ठेला लगाकर वह परिवार का पालन पोषण कर रहा था। अब यह सहारा भी छिन गया।