जिले के ग्राम बगडुआ के निवासी एक छोटे किसान हरिमोहन जाटव के पुत्र मानसिंह जाटव का मध्यप्रदेश सरकार की अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की विदेश में उच्च शिक्षा हेतु अध्ययन योजना में चयन हुआ और बीते डेढ़ साल से वे ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी सिडनी में इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री कर रहे हैं। इस पहली उपलब्धि के बाद मानसिंह ने गत नवंबर माह में इस यूनिवर्सिटी में हुए स्टूडेंट ऐसोसियशन के चुनाव में भी हाथ आजमाए और चुनाव जीतकर न केवल श्योपुर बल्कि पूरे भारत का मान बढ़ाया है। इन चुनावों में मानसिंह ने जिस पद के लिए चुनाव जीता है, वो ओवरसीज स्टूडेंट ऑफिसर का पद है, जो ऑस्ट्रेलिया से बाहर के छात्रों का प्रतिनिधित्व पद है। मानसिंह के मुताबिक इस विश्वविद्यालय में वर्तमान में भारत के लगभग एक हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं, जिन्होंने इस चुनाव में उनका पूरा सपोर्ट किया, जिसके चलते अन्य दो प्रतिद्वंद्वियों को उन्होंने शिकस्त दी।
योजना में विदेश में अध्ययन करने वाले एकमात्र छात्र
प्रदेश सरकार की विदेश में उच्च शिक्षा हेतु अध्ययन योजना वर्ष 2004 से चल रही है, लेकिन इस योजना में अभी तक श्योपुर जिले से एकमात्र छात्र मानसिंह जाटव ही लाभान्वित हो पाए हैं। छोटे से गांव बगडुआ के किसान पुत्र मानसिंह ने सागर से बीई (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग) की पढ़ाई की और उसके बाद सिडनी से मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग(एनर्जी प्लानिंग एंड पॉलिसी) कर रहे हैं। जुलाई 2018 में यहां प्रवेश लेने के बाद मानसिंह का पाठ्यक्रम जुलाई 2020 में पूरा होगा।
लक्ष्य तय करें, सफलता निश्चित मिलेगी: मानसिंह
इन दिनों में छुट्टियों में अपने गांव आए छात्र मानसिंह जाटव ने पत्रिका ने बातचीत में कहा कि आज के दौर में प्रतियोगिता बढ़ गई है, लेकिन यदि छात्र लक्ष्य तय करें और पूरी इमानदारी से मेहनत और प्रयास करें तो सफलता निश्चित मिलेगी। उन्होंने कहा कि लक्ष्य में कुछ प्रतिकूल परिस्थितियां आए तो घबराना नहीं चाहिए। मेरा भी विदेश अध्ययन हेतु योजना में चयन होने के बाद भी काफी कठिनाई आई, लेकिन हिम्मत नहीं हारी और सिडनी यूनिवर्सिटी में प्रवेश मिल गया।