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खतरनाक स्थिति में हैं कई होर्डिंग, कई बार गिरे फिर भी नगर निगम नहीं गंभीर

locationग्वालियरPublished: Apr 07, 2019 08:07:06 pm

Submitted by:

Rahul rai

कुछ वर्ष पहले सिटी सेंटर में एक होर्डिंग युवती के ऊपर गिर गया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी और उसका कमर से नीचे के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था और वह चलने में लाचार हो गई

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खतरनाक स्थिति में हैं कई होर्डिंग, कई बार गिरे फिर भी नगर निगम नहीं गंभीर

ग्वालियर। शहर में लगे कई होर्डिंग असुरक्षित और खतरनाक स्थिति में हैं, जिनसे कभी भी हादसा हो सकता है। कई बार होर्डिंग गिर चुके हैं, इसके बावजूद इनको लेकर निगम गंभीर नहीं है। शुक्रवार को आंधी में साईं बाबा मंदिर के पास लगा होर्डिंग गिर गया था, वहीं कुछ वर्ष पहले सिटी सेंटर में एक होर्डिंग युवती के ऊपर गिर गया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी और उसका कमर से नीचे के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था और वह चलने में लाचार हो गई। नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम वह आज भी भुगत रही है। हाईकोर्ट भी असुरक्षित और अवैध होर्डिंग के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दे चुका है, इसके बावजूद नगर निगम अधिकारी ठोस कार्रवाई नहीं करते हैं, कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति की जाती है।
शहर में लगभग 125 होर्डिंग वैध हैं, जिनसे राजस्व मिलता है, लेकिन इसके अलावा कई होर्डिंग अवैध रूप से लगे हैं, जो खतरनाक तो हैं ही, साथ ही इनसे राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। कुछ वर्ष पहले सिटी सेंटर में युवती के ऊपर होर्डिंग गिरा था, उसके बाद आनन-फानन में कुछ जगहों पर कार्रवाई की गई, लेकिन इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। हाईकोर्ट निर्देश देता है तो निगम द्वारा सिर्फ दिखाने के लिए कार्रवाई की जाती है।
गाइडलाइन के अनुसार नहीं लगे होर्डिंग
होर्डिंग की सुरक्षा को लेकर कुछ गाइडलाइन भी है, जिसके अनुसार ही होर्डिंग लगाया जा सकता है। इसकी हाईट को लेकर भी निर्धारित मापदंड हैं, साथ ही सरकारी संपत्ति पर भी होर्डिंग नहीं लगाया जा सकता है। इसके तहत एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश हैं, लेकिन निगम द्वारा सिर्फ कोर्ट में सुनवाई से पहले ही कार्रवाई की जाती है। यही कारण है कि जनवरी माह में कोर्ट ने निगम अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी और कार्रवाई की पूरी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा था, इसके बाद निगम द्वारा कुछ कार्रवाई की गई, फिर मामला आया गया हो गया।
इनका कहना है
शहर में होर्डिंग को लेकर इंजीनियर द्वारा ओके रिपोर्ट दी जाती है, उसके बाद ही होर्डिंग को अनुमति देते हैं। जहां तक अवैध होर्डिंग का सवाल है तो उस पर कार्रवाई की जाती है। संपत्ति विरूपण के तहत भी कार्रवाई की जाती है।
केशव सिंह चौहान, होर्डिंग प्रभारी नगर निगम

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