कुलसचिव ने जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को छात्रों के विदहेल्ड रिजल्ट क्लीयर कराने के लिए पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि छात्रों से संबंधित जानकारी परीक्षा चार्ट में कॉलेज से आती है, यह जानकारी अपुष्ट या अपूर्ण होने पर परिणाम विदहेल्ड होते हैं। अब जिस कॉलेज के छात्र विदहेल्ड होंगे उसके प्राचार्य कॉलेज के प्रतिनिधि को भेजकर छात्र की समस्या हल कराएंगे।
अनाधिकृत व्यक्ति को न दी जाए अंकसूची
छात्रों द्वारा अंकसूची में अंक, नाम, जन्मतिथि सहित अन्य सुधार के लिए सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की जा रही है। इनके हेल्पलाइन प्रभारी और सहायक कुलसचिव अमित सिसोदिया ने गलत तरीके से उत्तर दिए थे। इससे छात्रों की परेशानी बढ़ी और यूनिवर्सिटी की भी किरकिरी हुई थी। इस मामले में कुलसचिव ने सहायक कुलसचिव अमित सिसोदिया को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक सीएम हेल्पलाइन एआर द्वारा डाउनलोड कराई जाएंगी। इसके बाद सभी शाखा प्रभारियों को भेजी जाएंगी। शिकायत को फोर्स क्लोज नहीं किया जाएगा, बल्कि शिकायतकर्ता द्वारा सहमति जताने के बाद ही बंद की जाएगी। साथ ही अब किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को छात्र की अंकसूची नहीं दी जाएगी। शिकायत का निराकरण होने के बाद पहले एल-1 या एल-2 को सूचना दी जाएगी, इसके बाद संबंधित शिकायतकर्ता को सूचना दी जाएगी।
निर्देश दिए हैं
-छात्रों की शिकायत से संबंधित सभी सीएम हेल्पलाइन का निराकरण करने के लिए सहायक कुलसचिव को निर्देश दिए हैं। विदहेल्ड छात्रों के प्रकरण का निराकरण करने के लिए कॉलेजों के प्राचार्यों को निर्देश दिए हैं। कॉलेज का प्रतिनिधि आकर समस्या का समाधान कराएगा। अनाधिकृत व्यक्ति को अंकसूची नहीं दी जाएगी।
डॉ.आइके मंसूरी, कुलसचिव जीवाजी विश्वविद्यालय