बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि ग्वालियर में स्थानीय नेता किसी ब्राह्मण महिला को टिकट देने के लिए पार्टी पर दबाव बना रहे हैं। यही कारण है कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सुमन शर्मा का नाम प्रस्तावित कर रहे हैं। यह सीट अनारक्षित है जबकि पूर्व मंत्री माया सिंह ओबीसी से आती हैं। तोमर के समर्थकों का यह भी कहना है कि माया सिंह की उम्र भी 71 साल से ज्यादा है. यह पार्टी के बनाए क्राइटेरिया से बाहर है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि माया सिंह का टिकट लगभग फाइनल हो गया था. जब यह खबर ब्राह्मण समाज को मिली तो सोमवार देर शाम एक बैठक बुलाकर प्रस्ताव पारित किया कि ग्वालियर से ब्राह्मण चेहरे को ही मैदान में उतारा जाए। बताते हैं कि ग्वालियर में फंसे पेंच के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व को जानकारी दे दी थी। बताते हैं कि तोमर के अलावा विवेक शेजवलकर, जयभान सिंह पवैया और अनूप मिश्रा भी सुमन को टिकट देने के पक्ष में हैं।
इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि ग्वालियर के महापौर पद के नाम को लेकर कोई रस्साकसी नहीं है. प्रत्याशी चयन में देरी के सवाल पर सिंधिया ने कहा आप लोगों को इतनी चिंता क्यों है. भाजपा में सभी से चर्चा और मंथन के बाद निर्णय लिया जाता है.