बैठक के बाद संभागायुक्त और कलेक्टर ने आरोग्यशाला का निरीक्षण भी किया। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि आरोग्यशाला में जो सामग्री तैयार हो रही हैं, उसका प्रस्ताव बनाकर दें ताकि शासकीय कार्यालयों में उनका उपयोग किया जा सके है। इसके साथ ही संचालक डॉ ज्योति बिंदल से कलेक्टर ने कहा कि उपलब्ध स्थल का बेहतर उपयोग करने के प्लान पर भी काम करें।
मरीजों के साथ जाएगा पुलिस गार्ड
प्रबंधन समिति की बैठक में यह निर्णय भी लिया गया है कि आरोग्यशाला में भर्ती होने के बाद स्वस्थ हुए 100 से अधिक मरीजों को पुलिस गार्ड के साथ उनके घर भेजा जाएगा। इससे पहले सभी मरीजों के परिजन को सूचित करने के लिए संबंधित जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखा जाएगा। बैठक में संभागायुक्त और कलेक्टर के अलावा पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, निगमायुक्त संदीप माकिन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बदलेगा मानसिक आरोग्यशाला का नाम
मानसिक आरोग्यशाला का नाम अब गवर्नमेंट इंस्टीटयूट ऑफ मेंटल हैल्थ एंड ह्यूमन बिहेवियर रखने की अनुशंसा की गई है। बैठक मेंं आए नए नामों का अवलोकन करने के बाद प्रबंधन समिति ने यह नाम रखने की सहमति जताई। इसके साथ ही आरोग्यशाला में उद्यान विकसित करने का काम नगर निगम के माध्यम से कराने का निर्णय भी लिया गया है।
बढ़ीं पाठ्यक्रम और क्लीनिकल की फीस
-मानसिक आरोग्यशाला में संचालित बैठक में मानसिक आरोग्यशाला में संचालित पाठ्यक्रम, सेवाएं और जांचों का शुल्क निर्धारित करने को लेकर भी चर्चा हुई।
-चर्चा के दौरान तय किया गया है कि एमफि ल क्लीनिकल साइकोलॉजी पाठ्यक्रम की वर्तमान फीस 50 हजार रुपए को बढ़ाकर 75 हजार रुपए, एमफि ल साइक्रेर्टिक सोशल वर्क की फीस 40 हजार रुपए से बढ़ाकर 50 हजार रुपए प्रति वर्ष तय करने की अनुशंसा की गई है।
-ओपन वार्ड में प्रतिदिन 25 रुपए के स्थान पर 50 रुपए, ओपन वार्ड प्राइवेट नॉन एसी की दर 150 से बढ़ाकर 250 रुपए, ओपन वार्ड प्राइवेट एसी 150 से बढ़ाकर 500 रुपए करने का निर्णय लिया गया है।
-मर्सीहोम की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने के साथ ही सीमांकन कराने के बाद बाउंड्रीवॉल और व्यावसायिक उपयोग के लिए जरूरी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है।
यह समिति करेगी काम
-मानसिक आरोग्यशाला की व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए संभागायुक्त ने समिति भी बनाई है। समिति में अपर कलेक्टर किशोर कान्याल, एडिशनल एसपी पंकज पाण्डेय, ईई पीडब्ल्यूडी ओमहरि शर्मा सहित अन्य अधिकारी शामिल किए गए हैं। यह समिति हर महीने बैठक करके कार्यों की समीक्षा करेगी।