ट्रेन और बस के जरिए अभी भी भोपाल और इंदौर भेजा जा रहा मिलावटी मावा
ग्वालियरPublished: Oct 11, 2019 11:38:53 pm
– फूड विभाग नहीं करता कार्रवाई, ऐसे में मिलावटी मावा बेचने वालों के हौसले बुलंद
bhopal aur indore me bheja ja raha hai milawti mava
ग्वालियर. मिलावटी मावा की बिक्री त्योहारों के आते ही बढ़ जाती है। यही कारण है कि मिलावटी मावा बेचने वाले इन दिनों में खासे सक्रिय हो जाते हैं। ट्रेन और निजी ट्रेवल्स की बसों के जरिए अभी भी भोपाल और इंदौर इस तरह का मिलावटी मावा भेजा जा रहा है। गुरुवार को फूड विभाग के अमले ने रेलवे स्टेशन के पार्सल कार्यालय से भोपाल भेजा जा रहा करीब 700 किलो मावा पकड़ा था। वहीं बसों से हर रोज इंदौर करीब 300 से 400 किलो मावा भेजा जा रहा है, लेकिन फिर भी फूड विभाग अपनी सक्रियता नहीं दिखा रहा है जिसके चलते मिलावटी मावा बेचने वालों के हौंसले बुलंद बने हुए हैं।
ग्वालियर हो रहा बदनाम
ऐसा नहीं है कि मिलावटी मावे को शहर से बाहर भेजे जाने की जानकारी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को पता नहीं है, पर वे किसी तरह की कार्रवाई करना नहीं चाहते हैं। ये मिलावटी मावा भिंड, मुरैना और धौलपुर से तैयार होकर आता है और ग्वालियर से भेजा जाता है। ऐसे में बदनामी ग्वालियर शहर की हो रही है।
पार्सल कार्यालय में पकड़े गए मावे का सैंपल लेकर भोपाल किया रवाना
गुरुवार की शाम रेलवे स्टेशन के पार्सल कार्यालय से भोपाल करीब 700 किलो मावा (15 डलिया) भेजा जा रहा था। मावा भेजे जाने की सूचना मिलने पर फूड विभाग के अधिकारी इसका सैंपल लेने के लिए यहां पहुंचे थे लेकिन आरपीएफ टीआइ की दखलअंदाजी के बाद वे इसका सैंपल नहीं ले सके थे। इसके लिए उन्होंने मुख्य पार्सल अधिकारी को पत्र लिख दिया था। शुक्रवार की सुबह रेलवे के फूड इंस्पेक्टर ने आकर इस मावे का सैंपल लिया। इस संबंध में रेलवे झांसी मंडल के पीआरओ मनोज कुमार ने बताया कि शुक्रवार को रेलवे के फूड इंस्पेक्टर ने आगरा से ग्वालियर आकर इस मावे के सैंपल लिए हैं और उसके बाद सैंपल जांच के लिए लैब में भेज दिए गए हैं। इसके बाद मावा जिस पार्टी को भेजने के लिए बुक किया गया था, उसे भोपाल के लिए रवाना कर दिया गया है।