बुधवार को ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा, पेट्रोल-डीजल की मूल्यवृद्धि का विषय अलग है। यदि हम आने वाली पीढ़ी को कुछ संदेश देना चाहते हैं। यदि आप सक्षम हो तो किसी गरीब को पढ़ाए या फिर किसी गरीब बेटी के हाथ पीले कराए। यदि आप सब्जी मंडी जा रहे होतो बाइक और चार पहिया वाहन की क्या जरूरत है। साइकिल या फिर पैदल जाएं। ये संदेश नहीं है इस अपने जीवन में उतारना होगा। कीमतों पर उन्होंने कहा, यह एक अलग व्यवस्था है।
ये पेट्रोल का पैसा किसी व्यक्ति विशेष की जेब में नहीं बल्कि जनता की जेब में जा रहा है। पेट्रोल के टैक्स के रूप में जो पैसा सरकार के पास आ रहा है तो वह हॉस्पिटल में जा रहा है और अंतिम व्यक्ति की सुविधाओं पर खर्च हो रहा है। पदयात्रा के दौरान उन्होंने माला से स्वागत करने से लोगों को मना कर दिया और कहा, माला के 20-20 रुपए इकठ्ठा कर जनकल्याण ट्रस्ट बनाकर उसमें जमा करेगें, साथ ही एक माह का वेतन भी उस ट्रस्ट में जमा करूंगा। वर्ष भर में जितना भी पैसा इकठ्ठा होगा उस पैसे को जरूरतमंद बेटियों के कन्यादान एवं उसकी शिक्षा पर खर्च किया जाएगा। पदयात्रा के दौरान निगम अमले ने दुकान पर गंदगी पाए जाने पर 200-200 रुपए की स्वच्छता की रसीद भी काटी।