आज सुबह जब मंत्री सर्किट हाउस पर थीं, तभी उन्हें पता चला कि ग्वालियर बायपास पर सिंध का पानी आ गया, तो वे सुबह ग्वालियर बायपास की ओर निकल गईं। जहां नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह मिले तो मंत्री ने कहा कि आपको पानी सहित शहर विकास के मुद्दों पर चर्चा के लिए दो बार बैठक में बुलाया, लेकिन आप उसमें नहीं आए। नपाध्यक्ष ने यह कहकर पल्ला झाड़ा कि मैं किसी जरूरी काम से बाहर गया था। मंत्री ने नपाध्यक्ष से कहा कि चलो आप मेरे साथ चलो यह देखने के लिए कि क्या काम हो रहे हैं। इसके बाद मंत्री जब करौंदी संपबैल पर पहुंचीं तो वहां दोशियान के महेश मिश्रा व देवेंद्र विजयवर्गीय ने बताया कि हमें अभी लाइन क्रॉस करनी है, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने सड़क बना दी। यह सुनते ही मंत्री ने पीडब्ल्यूडी के सब इंजीनियर दीपक जैन को कड़ी फटकार लगाई।
मंत्री के पीठ फेरते ही पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर दीपक जैन एवं नपा एई आरडी शर्मा, महेश मिश्रा व विजयवर्गीय के बीच जमकर विवाद हो गया। जैन ने कहा कि हमने ले-आउट व परमीशन मिलने के बाद ही सड़क व नाली डाली है। यह सुनते ही महेश मिश्रा ने कहा कि आपने नाली सांप जैसी आड़ी-तिरछी बना दी, जो पूरी तरह से गलत है। दोनों विभाग के लोग एक-दूसरे को गलत ठहराने में लगे रहे। कुछ देर बाद नपाध्यक्ष भी वहां से रवानगी डाल गए। इसके बाद मंत्री जिला अस्पताल में आयोजित पोषण परामर्श केंद्र का शुभारंभ करने पहुंचीं।
तत्पश्चात मंत्री गांधी पार्क में आयोजित किसान सम्मेलन में पहुंचीं। सम्मेलन में जब मंत्री पहुंचीं तो वहां कुछ देर बाद ही डिजीटल स्क्रीन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण शुरू हो गया। कार्यक्रम में आए किसानों व विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों ने पहले तो सीएम के भाषण को सुना और जब वो खत्म हुआ तो मंत्री ने कृषकों को राशि के चेक व हितग्राहियों को मुर्गी के बच्चे आदि का वितरण किया। इसके बाद मंत्री वहां लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टॉल पर पहुंचीं।
टारगेट पर आए जनपद सीईओ
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राही जो भवन बना रहे हैं, उसमें प्रधानमंत्री की फोटोयुक्त टाइल्स को किचिन में लगाना है। लेकिन हितग्राही उसे या तो लगा नहीं रहे, या फिर घर के पीछे लगा रहे हैं। फोटोग्राफ देखकर मंत्री नाराज हो गईं और जनपद सीईओ गगन वाजपेयी से कहा कि इसे किचिन में लगाना है, तुम क्या देख रहे हो। मंत्री ने पूछा कि इसका बॉस कौन है?, तो किसी ने बताया कि जिला पंचायत सीईओ राजेश जैन। इसी बीच जब जैन सामने आए तो मंत्री ने कहा कि इनकी कार्यप्रणाली कैसी है, समझा लो नहीं तो इन्हें काला पानी भेज दूंगीं। इसके बाद वे खोड़ में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गईं।