महाराजपुरा टीआई आरडी बर्मन ने बताया कुंवरपुर गांव से रात 12 बजे आमिर खां और छोटू खां पड़ोसी की बेटी को अगवा कर ले गए। लडक़ी रात को लघुशंका के लिए उठी थी तब आमिर और छोटू घात लगाकर उसके मकान के पास बाइक लेकर खड़े थे। लडक़ी घर से बाहर आई तो आमिर ने उसका हाथ पकड़ कर खींच लिया। वह चिल्लाए नहीं इसलिए उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। जबरिया उसे बाइक पर बैठाकर गांव के बाहर सूने मकान में ले आए। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि दोनों उसे मकान के कमरे में ले जाकर बंद कर दिया। किसी को उनकी मौजूदगी पता नहीं चले इसलिए बाइक को भी मकान के अंदर लाकर खड़ा किया। पूरी रात उसे कमरे में बंद रखा। इस दौरान छोटू खां ने उससे कहा कि उनका प्लान सिर्फ उसे अगवा कर परिवार को बदनाम करना था तो वह कर दिया। पूरी रात दोनों ने उसे कमरे मे बंद रखा फिर सुबह पांच बजे बाइक पर बैठा कर गांव के बाहर लाकर छोड़ गए। लडक़ी के खुलासे पर पुलिस ने आमिर और छोटू को पकड़ लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है।
सात महीने की मासूम बेटी को सुलाकर महिला फांसी पर झूली
तिकोनिया (मुरार) में सात महीने की मासूम बेटी को पलंग पर सुलाकर महिला फांसी पर झूल गई। घरवालों ने देखा तो फांसी के फंदे से नीचे उतारा। उनका कहना था उस वक्त सांस चल रही थी लेकिन निजी अस्पताल में लेकर गए तो वहां डॉक्टर ने जेएएच में रेफर कर दिया जहां चैकअप किया तो उसकी मौत हो चुकी थी। मृतका के भाई का आरोप है उसकी बहन की हत्या हुई है। ससुरालवाले दहेज मांगते थे। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
पुलिस के मुताबिक तिकोनिया मुरार निवासी संजय माहौर की पत्नी अल्का माहौर (26) ने फांसी लगाई है। दोनों की करीब 3 साल पहले शादी हुई थी। संजय एक फैक्ट्री की बस पर नौकरी करता है। उसका कहना है सुबह ड्यूटी चला गया था। घर में अल्का अकेली थी। शाम को घरवाले लौटे तो अल्का फांसी पर लटकी मिली। मासूम बेटी पलंग पर सो रही थी। अल्का को फांसी के फंदे से उतारा तो सांस चल रही थी। प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने गंभीर हालत बताकर जेएएच रैफर किया। जेएएच लेकर आए तो उसकी मौत हो चुकी थी। भाई मुकेश का कहना अल्का के ससुराल वाले दहेज को लेकर अल्का को परेशान करते थे।