उसे खुटका था कि आवेदन निरस्त हो सकता है। इसलिए सत्यभान ने ८ जनवरी को उन्हें फोन कर कहा कि वह विधायक प्रवीण पाठक बोल रहा हूं। सत्यभान का शस्त्र आवेदन आया होगा उसे आगे बढा दो। टीआई बेग के मुताबिक उन्हें सत्यभान की बोलचाल के तरीके से शक हुआ।
उससे कहा तुम विधायक पाठक नहीं बोल रहे हो। लेकिन सत्यभान मानने को तैयार नहीं हुआ, बहस कर उसने फोन काट दिया। दूसरे दिन फिर विधायक बनकर फोन किया,हेकडी दिखाई कि तुमने फोन करने के बावजूद सत्यभान के लाइसेंस आवेदन पर ध्यान नहीं दिया यह ठीक नहीं है।