दूसरी बार छुट्टी पर गया मानसून, 12 दिन तक बारिश के आसार नहीं, पश्चिमी हवा की घुसपैठ से बढ़ेगी गर्मी
ग्वालियरPublished: Aug 26, 2023 11:07:35 am
मानसून ट्रफ लाइन भी पहुंची हिमालय, 3 से 19 अगस्त के बीच रहा मानसून ब्रेक, अब 6 सितंबर तक रहेगा


दूसरी बार छुट्टी पर गया मानसून, 12 दिन तक बारिश के आसार नहीं, पश्चिमी हवा की घुसपैठ से बढ़ेगी गर्मी
ग्वालियर. चक्रवातीय घेरा कमजोर पडऩे से शुक्रवार को बारिश का सिलसिला थम गया। मानसून ट्रफ लाइन भी हिमालय खिसक गई है। इस कारण 12 दिन तक शहर सहित अंचल में बारिश की संभावना नहीं है। अगस्त में दूसरी बार मानसून छुट्टी (मानसून ब्रेक) पर गया है। अगले 24 घंटे में हवा का रुख भी बदल जाएगा। राजस्थान की ओर से पश्चिमी हवा का चलना शुरू होगा, जिससे गर्मी रफ्तार पकड़ेगा। पांच सितंबर के बाद ही बारिश की संभावना बनेगी।
इस बार मानसून के तीन ब्रेक आए
- मानसून आगमन के बाद जुर्ला में 12 से 15 दिन का मानसून ब्रेक आया था। इस ब्रेक ने फसलों को काफी प्रभावित किया था। लोगों को गर्मी ने बेहाल कर दिया।
- एक से पांच अगस्त के बीच हल्की से तेज बारिश हुई। इसके बाद मानसून ब्रेक आ गया। मानसून ब्रेक 19 अगस्त तक चला। शहर में 19 से 24 अगस्त के बीच हल्की से मध्यम बारिश हुई।
- तीसरा ब्रेक शुरू हो रहा है। यह ब्रेक 25 अगस्त से 6 सिंतबर के बीच संभावित है। इस ब्रेक में भीषण गर्मी पड़ेगी।
- मानसून ब्रेक के दौरान बारिश हिमालय की तरार्ई में होती है। मैदानी इलाकों में आसमान साफ हो जाता है। बारिश पूरी तरह से गायब हो जाती है।
सात दिन में सामान्य होगी मानसून ट्रफ लाइन
- मानसून ब्रेक के दौरान मानसून ट्रफ लाइन हिमालय की तराई में चली जाती है। ट्रफ लाइन का सामान्य मार्ग कोलकाता से इलाहबाद ग्वालियर-चंबल संभाग होते हुए राजस्थान रहता है। इस मार्ग से दूसरी जगह मानसून ट्रफ लाइन खिसकती है तो वह असामान्य हो जाती है। मानसून ब्रेक आ जाता है। मानसून ट्रफ लाइन मानसून सीजन के दौरान बनती है, जिसके सहारे बंगाल की खाड़ी से नमी आती है।
अधिकतम तापमान-32.3 डिसे
न्यूनतम तापमान-24.1 डिसे
कुल बारिश-540 मिमी
पारे की चाल
समय तापमान
05:30 25.6
08:30 27.6
11:30 30.4
14:30 31.2
17:30 30.0
इनका कहना है
- मध्य प्रदेश के आसपास कोई सिस्टम प्रभावी नहीं है। इस कारण बारिश की गतिविधि घट गई है। छह सितंबर तक मानसून ब्रेक की स्थिति में रहेगा। मानसून ब्रेक के कारण पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश बढ़ी है।
डा वेदप्रकाश सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक मौसम केंद्र भोपाल