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प्रदेश की जेलों में तादात से ज्यादा बंदी, छोटी पड़ रही कारगार

locationग्वालियरPublished: Nov 29, 2021 02:38:56 am

Submitted by:

Puneet Shriwastav

डीजी जेल ने किया कारगार का निरीक्षण, बंदियों से पूछी परेशानियांदूसरे बंदियों की तुलना में बुजुर्ग बंदियों की परेशानी ज्यादा

DG Jail inspected the prison, asked the problems of the prisoners

प्रदेश की जेलों में तादात से ज्यादा बंदी, छोटी पड़ रही कारगार

ग्वालियर। प्रदेश में बंदियों की गिनती जेलों की क्षमता से ज्यादा हो रही है। हालात यह है प्रदेश की जेलों में करीब 48 हजार बंदी है। जबकि क्षमता 39 हजार 500 की है। उससे निपटने के लिए कई कारागारों का निमार्ण कराया जा रहा है। ग्वाालियर की बात करें तो सिर्फ 2600 बंदी की क्षमता है, लेकिन बंद 3450 हैं। वह तो जेल पुराने जमाने की है और काफी खुली है इसलिए बंदियों को पर्याप्त जगह मिल जाती है।
जेल डीजी अरविंद कुमार ने यह बात रविवार को ग्वालियर सेंट््रल जेल के निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने कहा बंदियों की तादात बढऩा जेल विभाग के लिए परेशानी भी साबित होता है। जहां जेलें ज्यादा छोटी हैं वहां उन्हें बड़ा करने का काम भी किया जा रहा है। भिंड, छिंदवाडा और इंदौर में नई जेल बनाई गई है। दमोह और बैतूल में बनाई जाना है।
डीजी अरविंद कुमार रविवार दोपहर को केन्द्रीय कारागार पर पहुंचे। उनके आने की जानकारी जेल प्रशासन को पहले से थी। इसलिए अमला सर्तक था। डीजी कुमार ने जेल के अंदर जाकर हाल में किए निर्माण कार्यों को देखा। फिर बैरकों में जाकर बंदियों से मुलाकात की। उनसे जेल के अंदर परेशानियों और जेल प्रशासन के रवैये के बारे में जानकारी ली। डीजी कुमार ने महिला जेल में जाकर वहां की स्थिति का भी जायजा लिया।
बुजुर्ग बंदियों को परेशानी
डीजी अरविंद कुमार ने माना जेल में दूसरे बंदियों की तुलना में बुजुर्ग बंदियों की परेशानी ज्यादा है। खासकर उम्र की वजह से इन बंदियों को पर्याप्त इलाज की जरूरत ज्यादा रहती है। उसका इंतजाम बेहद जरूरी है।
जेल में हुआ था कोरोना विस्फोट
कोरोना की दूसरी लहर में कारागार में कोरोना विस्फोट हुुआ था। उसकी वजह जांचने के लिए जेल मुख्यालय की टीम ने सेंट््रल जेल का निरीक्षण कर माना था कारागार में बंदियों की तादात के हिसाब से शौचालय, पीने के पानी का इंतजाम कम है। उन्हेंं दूर करने के निर्देश दिए थे। जेल मुख्यालय ने इसके लिए करीब ९ लाख रू स्वीकृत भी किया था। रविवार को जेल डीपी अरविंद कुमार जेल में हुए इन सुधार कार्यों का भी जायजा लिया।
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