डीजी अरविंद कुमार रविवार दोपहर को केन्द्रीय कारागार पर पहुंचे। उनके आने की जानकारी जेल प्रशासन को पहले से थी। इसलिए अमला सर्तक था। डीजी कुमार ने जेल के अंदर जाकर हाल में किए निर्माण कार्यों को देखा। फिर बैरकों में जाकर बंदियों से मुलाकात की। उनसे जेल के अंदर परेशानियों और जेल प्रशासन के रवैये के बारे में जानकारी ली। डीजी कुमार ने महिला जेल में जाकर वहां की स्थिति का भी जायजा लिया।
बुजुर्ग बंदियों को परेशानी
डीजी अरविंद कुमार ने माना जेल में दूसरे बंदियों की तुलना में बुजुर्ग बंदियों की परेशानी ज्यादा है। खासकर उम्र की वजह से इन बंदियों को पर्याप्त इलाज की जरूरत ज्यादा रहती है। उसका इंतजाम बेहद जरूरी है।
जेल में हुआ था कोरोना विस्फोट
कोरोना की दूसरी लहर में कारागार में कोरोना विस्फोट हुुआ था। उसकी वजह जांचने के लिए जेल मुख्यालय की टीम ने सेंट््रल जेल का निरीक्षण कर माना था कारागार में बंदियों की तादात के हिसाब से शौचालय, पीने के पानी का इंतजाम कम है। उन्हेंं दूर करने के निर्देश दिए थे। जेल मुख्यालय ने इसके लिए करीब ९ लाख रू स्वीकृत भी किया था। रविवार को जेल डीपी अरविंद कुमार जेल में हुए इन सुधार कार्यों का भी जायजा लिया।