3.16 लाख संपत्तियों पर सिर्फ आधे ही कनेक्शन
नगर निगम क्षेत्र में 3 लाख 16 हजार संपत्तियां हैं। इनमें सिर्फ 1 लाख 56 हजार ही नल कनेक्शन हैं। शहर में आधे से भी अधिक यानी 1.50 लाख से अधिक अवैध नल कनेक्शन लगे हुए हैं। इन अवैध कनेक्शनों को काटने का दावा करते हुए निगम हर साल अभियान चलाता है, लेकिन 20-30 कनेक्शन काटकर अधिकारी इतिश्री कर लेते हैं।
अवैध कनेक्शन के लिए जिम्मेदार
एमआइसी सदस्य आशा सुरेंद्र चौहान, अधीक्षण यंत्री पीएचई जागेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री सिटी प्रभारी संजय सोलंकी, उपयंत्री केसी अग्रवाल, प्रवीण दीक्षित, महेंद्र अग्रवाल, एपीएस भदौरिया सहित अन्य।
लाइन डालने में मापदंड का पालन नहीं
गैंडेवाली सड़क, रामकुई, बिरला नगर, जीवाजीगंज व तारागंज पुल के पास रहने वाले लोगों के मुताबिक यहां पानी की लाइन डालने में मापदंड का पालन नहीं किया गया है। कहीं चार फीट, कहीं छह फीट की लाइन बिछाई गई है। वहीं मैन लाइन में कई लोगों को अवैध रूप से कनेक्शन दे दिए गए हैं।
अवैध कनेक्शन होने के कारण
– स्थानीय पार्षद द्वारा कनेक्शन दिलाए जाना।
– पीएचई कर्मचारी व अधिकारियों द्वारा संबंधित से सांठगांठ कर कनेक्शन देना।
– जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के दबाव में कनेक्शन देना।
– कुछ कर्मचारी हर महीने पानी के बिल के पैसे लेते हैं, पर निगम के खाते में जमा नहीं करते हैं।