दोनों दलों में बैठकों और अपने रूठे हुए नेताओं को मनाने का दौर चल रहा है। भाजपा को अपनी सीट बचाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ेगी, क्योंकि यहां के भाजपा सांसद अनूप मिश्रा का कार्यकाल विवादित रहा है। वहीं,कांग्रेस को भाजपा से सीट छीनने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ेगी। बसपा मुकाबले में नया मोड़ लाएगी।
नरेन्द्र सिंह तोमर भाजपा प्रत्याशी
रामनिवास रावत कांग्रेस प्रत्याशी 2019 “पूर्व में सांसद रहने के दौरान यहां करोड़ों रुपए के विकास कार्य कराए। नैरोगेज को ब्रॉडग्रेज में बदलाव के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। कांग्रेस मुद्दा विहीन और एक परिवार की पार्टी बनकर रह गई है।”
नरेन्द्र सिंह तोमर भाजपा प्रत्याशी
“भाजपा जुमलेबाजों की सरकार है। इसका खामियाजा विधानसभा चुनाव में मिला है, जनता लोकसभा चुनाव में भी बाहर का रास्ता दिखाएगी। इस क्षेत्र का सबसे बड़ा मुद्दा विकास है।”
रामनिवास रावत, कांग्रेस प्रत्याशी 2014
रामनिवास रावत, कांग्रेस प्रत्याशी 2014
राजनीतिक समीकरण
यह सीट 1967 में अस्तित्व में आई, जहां पहली जीत निर्दलीय आत्मदास ने दर्ज की। 1977 में यहां से लोकसभा चुनाव में भारतीय लोकदल से छबिराम अर्गल जीते। मुरैना संसदीय सीट पर अभी तक हुए लोकसभा चुनाव में छह बार भाजपा, एक बार जनसंघ ने जीत हासिल की है। यहां से कांग्रेस तीन बार, एक बार निर्दलीय और एक बार लोकदल के प्रत्याशी चुनाव जीत चुके हैं। वर्तमान में इस सीट पर कुपोषण, नैरोगेज को ब्राडगेज में परिवर्तन, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा सबसे बड़ा मुद्दा है।
यह सीट 1967 में अस्तित्व में आई, जहां पहली जीत निर्दलीय आत्मदास ने दर्ज की। 1977 में यहां से लोकसभा चुनाव में भारतीय लोकदल से छबिराम अर्गल जीते। मुरैना संसदीय सीट पर अभी तक हुए लोकसभा चुनाव में छह बार भाजपा, एक बार जनसंघ ने जीत हासिल की है। यहां से कांग्रेस तीन बार, एक बार निर्दलीय और एक बार लोकदल के प्रत्याशी चुनाव जीत चुके हैं। वर्तमान में इस सीट पर कुपोषण, नैरोगेज को ब्राडगेज में परिवर्तन, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा सबसे बड़ा मुद्दा है।