पूर्व में भी यहां हो चुकी है गड़बड़ी
मुरैना नगर निगम में पूर्व में भी गड़बड़ी का मामला सामने आ चुका है। इसी वर्ष निगम की लेखा पुस्तकों में भारी गड़बडिय़ां और गंभीर अनियमिताओं का खुलासा पत्रिका ने किया था। उस समय नगर निगम के लेखापाल ओमप्रकाश कुलश्रेष्ठ ने बिना लेखाधिकारी की अनुमति के तत्कालीन कमिश्नर मूलचंद वर्मा के साथ मिलकर 20 करोड़ से अधिक के भुगतान भी कर दिए थे। ये भुगतान 8 से 20 मार्च के बीच किए गए थे।
मुरैना नगर निगम में पूर्व में भी गड़बड़ी का मामला सामने आ चुका है। इसी वर्ष निगम की लेखा पुस्तकों में भारी गड़बडिय़ां और गंभीर अनियमिताओं का खुलासा पत्रिका ने किया था। उस समय नगर निगम के लेखापाल ओमप्रकाश कुलश्रेष्ठ ने बिना लेखाधिकारी की अनुमति के तत्कालीन कमिश्नर मूलचंद वर्मा के साथ मिलकर 20 करोड़ से अधिक के भुगतान भी कर दिए थे। ये भुगतान 8 से 20 मार्च के बीच किए गए थे।
लेखापाल ने लिखे सीए को पत्र
जब इतनी बड़ी रकम जीएसटी विभाग को ट्रांसफर हो गई तो पहले तो कमिश्नर ने लेखापाल को नोटिस दिया उसके बाद लेखापाल ने सीए को पत्र लिखकर 45050163 रुपए की रकम को निगम के खाता क्रमांक 4780101004816 में वापस कराने की मांग की।
जब इतनी बड़ी रकम जीएसटी विभाग को ट्रांसफर हो गई तो पहले तो कमिश्नर ने लेखापाल को नोटिस दिया उसके बाद लेखापाल ने सीए को पत्र लिखकर 45050163 रुपए की रकम को निगम के खाता क्रमांक 4780101004816 में वापस कराने की मांग की।
संबंधित सर्किल में मिलने के लिए कहा है
जीएसटी टीडीएस की रकम अधिक ट्रांसफर को लेकर मुरैना से कुछ लोग मिलने आए थे। उन्हें बताया गया है कि पूरी जानकारी के साथ क्लेम किया जा सकता है। उसके बाद निगम के खाते में रकम ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए उन्हें संबंधित सर्किल में मिलने के लिए कहा गया है।
यूएस बैस, ज्वॉइंट कमिश्नर, जीएसटी राज्य कर
जीएसटी टीडीएस की रकम अधिक ट्रांसफर को लेकर मुरैना से कुछ लोग मिलने आए थे। उन्हें बताया गया है कि पूरी जानकारी के साथ क्लेम किया जा सकता है। उसके बाद निगम के खाते में रकम ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए उन्हें संबंधित सर्किल में मिलने के लिए कहा गया है।
यूएस बैस, ज्वॉइंट कमिश्नर, जीएसटी राज्य कर