पड़ताल की जा रही है ठोस प्रमाण मिलने पर संबंधित लोगों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। पिछले छह माह में वन विभाग और पुलिस की यह सबसे बड़ी संयुक्त कार्रवाई मानी जा रही है। डीएफओ के अनुसार मुखबिर से डंप रेत की सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम दो दिन से रैकी कर रही थी। कोशिश थी कि इस रेत का परिवहन करते हुए कोई पकड़ा जाए। लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तेा शनिवार को जिले भर से वन रक्षकों के अलावा एसडीओ, राजस्व व पुलिस विभाग की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। वन विभाग के उडऩदस्ते के प्रभारी सुखदेव शर्मा की टीम के लोगों ने भी इस कार्रवाई में अपनी भूमिका निभाई।
एक लाख रुपए कीमत का है जब्त रेत
वन विभाग ने अवैध रूप से गलेथा में नहर के किनारे सरकारी जमीन पर डंप रेत को को जब्त किया है। जब्त रेत का बाजार भाव करीब 90 हजार से एक लाख रुपए माना जा रहा है। अवैध रेत की ट्रॉली मुरैना जिले में औसतन तीन हजार रुपए में बिकती है। जबकि एक डंपर रेत की कीमत 25 हजार रुपए होती है। इस प्रकार 42 हजार रुपए से अधिक का ट्रैक्टर ट्रॉलियों का रेत है और 50 हजार से ज्यादा कीमत डंपरों में भरकर लाए गए रेत की कीमत है।
भारी पुलिस व वन विभाग का फोर्स पहुंचा मौके पर
अवैध तौर से डंप रेत को जब्त करने के दौरान किसी तरह के विवाद की स्थिति की आशंका को ध्यान में रखकर प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी। कलेक्टर प्रियंका दास, एसपी डॉ असित यादव के साथ वन मंडलाधिकारी पीडी गेब्रियाल के निर्देशन में पुलिस और राजस्व की टीम के अलावा 65 से अधिक जवान वन विभाग के इस कार्रवाई में शामिल हुए।